19 दिन बाद अन्ना ने अपना मौन व्रत तोड़ दिया. मौन व्रत तोड़ने के लिए अन्ना रालेगण से राजघाट पहुंचे. अन्ना ने महात्मा गांधी की समाधि पर जब बोलना शुरू किया तो तेवर कड़े थे और मौन की शक्ति का असर साफ नजर आ रहा था. भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले अन्ना हजारे ने जब मौन व्रत रखा तो लोग सोच में पड़ गए कि अन्ना अब कैसे लोगों से बात करेंगे. लेकिन अन्ना ने इसका हल निकाल ही लिया. अपने 19 दिनों के मौनव्रत में अन्ना ने लोगों से इशारों-इशारों में बात कीं. इतना नहीं लोगों के सवालों के जवाब अन्ना उन्हें लिखकर भी देते थे. अन्ना के मौनव्रत के दौरान उन पर खूब जुबानी गोले चले. कभी दिग्विजय सिंह ने तो कभी बाला साहेब ठाकरे ने. अन्ना ने जिस सवाल का जवाब देना ठीक समझा उसे लिखकर दिया. लोगों ने उन्हें मौनव्रत तोड़ने के लिए खूब उकसाया भी. लेकिन उन्होंने अपनी मौनसाधना पूरी की.