समाज सेवक अन्ना हजारे ने शुक्रवार को राजघाट पर यह कहते हुए अपना मौन व्रत तोड़ा कि यह किसी व्यक्ति या पार्टी के खिलाफ नहीं बल्कि उनके अपने स्वास्थ्य के हित में था.