1 करोड़ रुपये लेकर एम्स में पीजी में दाखिला कराने वाले एक रैकेट का भांडाफोड़ हुआ है. ये मामला सीबीआई की एक जांच में सामने आया है. इस रैकेट का सरगना कोई और नहीं, एम्स का ही एक पूर्व छात्र था. फर्जीवाड़े का तरीका ये था कि पैसे खर्च करने वाले उम्मीदवार की एंसरशीट डॉक्टरों की ही एक टीम से भरवाई जाती थी.