देहरादून में त्रिपुरा के MBA छात्र एंजेल चकमा की हत्या ने पूरे देश में गहरा शोक और आक्रोश पैदा कर दिया है. 9 दिसंबर को नस्लीय टिप्पणी का विरोध करने के बाद उन पर अत्यंत हिंसक हमला किया गया था. 17 दिनों तक जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद 26 दिसंबर को उनकी मृत्यु हो गई.