करीब ढाई सौ साल पहले जींस का आविष्कार हुआ था. पहले ये मजदूरों का कपड़ा था, बाद में फैशन का प्रतीक बना. सस्ता, मजबूत और टिकाऊ. जीन्स की यही खासियत है. ये आम से लेकर खास तक की जेब के हिसाब से बाजारों में मौजूद है. इसका फैशन कभी नहीं जाता. जातिवाद, सांप्रदायवाद रंगभेद, लिंगभेद से परे है. पुरुष भी पहनते हैं, महिलाएं भी पहनती हैं. बच्चे और बूढ़े भी पहनते हैं. ढाई सौ साल पहले जींस का ईजाद हुआ था और एक सदी से जींस दुनिया भर में फैशन और जरूरत का कपड़ा बना हुआ है. देखें वीडियो.