उत्तराखंड के कई जिले इन दिनों शीतलहर की चपेट में हैं. सर्द हवाओं के चलते तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. उत्तराखंड के औली में रात का तापमान माइनस 12 डिग्री तक गिर चुका है. वहीं बदरीनाथ का न्यूनतम तापमान भी माइनस 15 डिग्री तक लुढ़क गया है.
पहाड़ी इलाकों में शून्य से नीचे तापमान
उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी के साथ नए साल का स्वागत होगा. मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश में कोल्ड डे कंडीशन बनी हुई है. कई पहाड़ी जिले शीतलहर की चपेट में हैं. मैदानी क्षेत्रों में भी भारी ठंड की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने बताया कि अगले कुछ दिनों में मैदानी क्षेत्रों में कोहरा और पहाड़ी इलाकों में पाला बढ़ने के आसार हैं. अधिक ऊंचाई वाले कई पहाड़ी इलाकों में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है.
आधा से डेढ़ फीट तक बर्फ जमने का अनुमान
वहीं 31 दिसंबर से प्रदेश के कई इलाकों में बारिश शुरू होने का अनुमान है. नए साल के मौके पर उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में बारिश और बर्फबारी होने के आसार हैं. दो हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले सभी क्षेत्रों में आधा से डेढ़ फीट तक बर्फ जमी रह सकती है. जिसकी वजह से अगले कुछ दिनों में भीषण ठंड में इजाफा हो सकता है.
मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 1-2 जनवरी को पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है. हालांकि इसकी शुरुआत 31 दिसंबर से ही हो जाएगी. वहीं, 2000 से 2500 फीट में आधा से डेढ़ फीट और 2500 से 3000 फीट में दो फीट तक बर्फ गिर सकती है. विशेषकर चमोली और पिथौरागढ़ में बर्फबारी का अनुमान ज्यादा है.
तापमान में आई भारी गिरावट
वहीं निचले और मैदानी क्षेत्रों में भी अच्छी बारिश होगी. राजधानी देहरादून और आस-पास के इलाकों में गुरुवार को दिन के तापमान में साढ़े पांच डिग्री की कमी आई. इसके कारण दिन में धूप काफी हल्की रही. देहरादून में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम हो गया.
बता दें कि पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी आम लोगों की मुश्किलें भी बढ़ा सकती है. एक तरफ जहां बर्फबारी से पहाड़ों के रास्ते अवरुद्ध हो जाते हैं, तो मैदानों में कड़ाके की ठंड के साथ कोहरा और धुंध लोगों की परेशानी बढ़ा देता है. जाहिर है आने वाले दिनों में ठंड लोगों को और ठिठुरने पर मजबूर करेगी.