हरिद्वार में पुलिस की ओर से चलाए गए अवैध प्रवासियों की जांच अभियान के दौरान एक बांग्लादेशी महिला को फर्जी पहचान के साथ कई वर्षों से रह रहे होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. महिला की पहचान रुबिना अख्तर के रूप में हुई है, जो 'रूबी देवी' के नाम से हर की पौड़ी के पास रोड़ी बेलवाल क्षेत्र में रह रही थी.
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि महिला के पास से दो आधार कार्ड और एक पैन कार्ड बरामद किए गए हैं. एक आधार कार्ड पर पता ब्रह्मपुरी का दर्ज है, जबकि पैन कार्ड पर नाम रूबी देवी, पिता श्रीकांत लिखा हुआ है.
संतोष दुबे से की थी शादी
जांच में पता चला कि महिला ने उत्तर प्रदेश के संतोष दुबे से शादी की थी और उनके साथ उसकी तीन साल की बेटी है. इसके अलावा, महिला के पहले पति से 13 वर्षीय बेटा भी है. पुलिस ने महिला, उसके पति संतोष दुबे और बेटे—तीनों को गिरफ्तार कर लिया है.
महिला की भाषा से हुआ शक
पुलिस को शक तब हुआ जब सत्यापन अभियान के दौरान महिला की भाषा स्थानीय नहीं लगी. पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये लोग दिहाड़ी मजदूरी करते थे और संतोष दुबे ने ही महिला के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाए थे. महिला के बेटे के लिए भी नकली पहचान पत्र तैयार किया गया था.
गंभीर धाराओं में केस दर्ज
पुलिस ने इन सभी के खिलाफ विदेशी अधिनियम (Foreigners Act) समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है. यह कानून उन लोगों पर लागू होता है जो बिना वैध पासपोर्ट या वीजा के भारत में रह रहे होते हैं.
तीन साल की बच्ची को मां के साथ जेल में ही रखा जाएगा, जबकि नाबालिग बेटे को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
इसके अलावा, जमालपुर कला गांव (कनखल थाना क्षेत्र) में झुग्गियों में रह रहे 64 लोगों को भी संदेह के आधार पर पकड़ा गया है, जिनमें अधिकांश असम से हैं. सभी को कागजातों की जांच के लिए पुलिस लाइन ले जाया गया है.