उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित बद्रीनाथ से रविवार को 2500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. भार-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के प्रवक्ता दीपक कुमार पांडे ने कहा कि सभी लोगों को जोशीमठ लाया गया है.
उन्होंने कहा, 'लगभग 500 लोग अभी भी जंगल चट्टी इलाके में फंसे हुए हैं, और हम उन्हें बचाने के लिए हवाई चौकसी करा रहे हैं.'
रविवार के इस आंकड़े के साथ उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों से आईटीबीपी द्वारा निकाले गए लोगों की संख्या लगभग 22,000 हो गई है, जहां बादल फटने की वजह से सैंकड़ों लोगों की जान चली गई थी.
आईटीबीपी ने बचाव कार्य तेज करने के लिए बद्रीनाथ से हनुमान चट्टी तक सड़क बनाया है.
पांडे ने कहा, 'पहले हमें लोगों को पैदल ही बद्रीनाथ से हनुमान चट्टी लाना पड़ा था, लेकिन अब जब सड़क बन गई है तो हम उन्हें वाहन से ला रहे हैं.'
सरकार का कहना है कि अब तक 557 शव बरामद हुए हैं और 20,000 लोग अभी भी फंसे हुए हैं. कुछ अधिकारियों एवं बचावकर्मियों ने बताया कि मरने वालों की संख्या हजारों में भले न हो, लेकिन सैंकड़ों में हो सकती है.