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जब वाराणसी में अचानक गूंजने लगी पुलिस कमिश्नर की तेलगू में आवाज... जानें पूरा मामला

आंध्र प्रदेश से काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए आयी महिला अपने परिवार से बिछड़ गयी. भटकते-भटकते महिला गोदौलिया चौराहे पर स्थित पुलिस बूथ पर पहुंचकर अपनी बात बताई. मगर तेलगू बोलने के कारण उनकी भाषा वहां मौजूद कोई व्यक्ति समझ न सका. इस बात की जानकारी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश तक पहुंची तो उन्होंने महिला की मदद की.

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महिला से बातचीत करते पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश
महिला से बातचीत करते पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश

पुलिस का काम केवल अपराधियों को पकड़ना या अपराध पर नियंत्रण करना ही नहीं, बल्कि आम लोगों की सेवा से भी जुड़ा हुआ है. इसकी जीती जागती तस्वीर वाराणसी में उस वक्त देखने को मिली जब आंध्र प्रदेश की एक महिला अपने परिवार से बिछड़कर पुलिस के पास पहुंची, जिसकी मदद खुद वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने की.

दरअसल, आंध्र प्रदेश से काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए आयी महिला अपने परिवार से बिछड़ गयी. भटकते-भटकते महिला गोदौलिया चौराहे पर स्थित पुलिस बूथ पर पहुंचकर अपनी बात बताई. मगर तेलगू बोलने के कारण उनकी भाषा वहां मौजूद कोई व्यक्ति समझ न सका. इस बात की जानकारी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश तक पहुंची.

इसके बाद पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश सीधे गोदौलिया पुलिस बूथ पहुंच गये. पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने महिला से तेलगू भाषा में बातचीत की और पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम पर तेलुगू में ही सूचना प्रसारित की. फर्राटेदार तेलुगू बोलते हुए पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने भटकी हुई महिला के परिजनों से भी तेलगू में ही संपर्क किया.

इसके बाद राजलक्ष्मी के बेटे सतीश कुमार ने गोदौलिया पुलिस बूथ पर पहुंचकर अपनी मां मिल सके. पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश की इस मदद के लिए सतीश कुमार उन्हें शुक्रिया कहते नहीं थक रहे हैं.

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