पीएम मोदी बुधवार को योग दिवस के मौके पर लखनऊ में ही योग करेंगे. इस कार्यक्रम हिस्सा लेने के लिए पीएम मंगलवार को ही लखनऊ पहुंच गए हैं. पीएम मोदी ने लखनऊ में AKTU का उद्घाटन किया और इस मौके पर लोगों को संबोधित किया. उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ में कसीदे पढ़े. पीएम ने कहा कि योगी के नेतृत्व में यूपी का विकास तेजी से हो रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में सरकार के द्वारा जिस उमंग और उत्साह के साथ, स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ विकास की यात्रा चल रही है देश के हर कोने में यूपी की पल-पल की घटना की तरफ लोगों का ध्यान है, बड़ी उत्सुकता है, और योगी जी के नेतृत्व में एक के बाद एक जो कदम उठाए जा रहे हैं. परिश्रम की पराकाष्ठा करते हुए कई वर्षों की जो बीमारियां हैं लंबे अरसे के जो अवरोध हैं उसे दूर करते हुए यूपी को तेज गति से आगे बढ़ाने के उनके प्रयास, योगी जी को उनकी टीम को मैं बहुत बहुत बधाई देता हूं.
आज मुझे कुछ समय ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट में बिताने का मौका मिला. हमारे वैज्ञानिक मानवता के लिए ऐसे ड्रग्स, जो सस्ते भी हों, कारगर भी हों और साइड इफेक्ट के बिना त्वरित उपचार करने वाले हों, उसके संशोधन में अपनी पूरी जिंदगी लैब में खपा रहे हैं.
वैज्ञानिक एक प्रकार से आधुनिक ऋषि होते हैं, और आधुनिक ऋषि की तरह वो अपने लक्ष्य को समर्पित होकरके मानवता को किस प्रकार पीड़ा से मुक्त किया जाए, बीमारी से मुक्त किया जाए, परंपरागत ज्ञान को आधुनिक व्यवस्था के माध्यम से और सटीक कैसे बनाया जाए उसपर वो काम कर रहे हैं, आज मानव के सामने खासकर के आरोग्य के क्षेत्र में अनेक चुनौतियां हैं. एक दवाई बनाने में सालों बीत जाते हैं, सैकड़ों वैज्ञानिक खप जाते हैं लेकिन उसके पहले नई प्रकार की बीमारी जन्म ले लेती है. लेकिन ज्ञान की मदद से इनोवेशन के बहाने गरीब के गरीब व्यक्ति को हमें फायदा पहुंचाना है.
आज मुझे इस तकनीकी यूनीवर्सिटी के भवन के लोकार्पण का भी मौका मिला है. डॉक्टर ए पी जे कलाम का नाम इससे जुड़ा है. मैं नहीं मानता की तकनीक की दुनिया में कलाम से बड़कर कोई नाम हो सकता है. विज्ञान यूनीवर्सल है लेकिन तकनीक लोकल होती है. विज्ञान का ज्ञान उपलब्ध है लेकिन हमारी पीढ़ी से उन चीजों की अपेक्षा है कि वो ऐसे अविष्कार करें जो हमारे सामान्य मानविकी की जिंदगी में बदलाव लाएं.
हम दुनिया मे गर्व कर रहे हैं कि भारत जिसके पास नौजवानों की फौज है, 35 से कम उम्र के नौजवानों का ये देश है. उसके पास दिमाग भी है. अगर हाथ में हुनर हो, विज्ञान का अनुष्ठान हो और तकनीक का ज्ञान हो तो मेरे देश का नौजवान दुनिया में डंका बजाने का दम रखता है.
लेकिन हम तकनीक के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को कैसे पार करें. हमारा देश फौज के लिए हर छोटी-मोटी चीज विदेशों से हम लाते हैं क्या हम बहुत जल्द डिफेंस के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर नहीं बना सकते हैं, क्या देश की सुरक्षा के लिए जिस तकनीक की आवश्यकता है उसे भारत में ही हम क्यों न करें सुरक्षा के क्षेत्र में हम आत्मनिर्भर कैसे बनें उस सपने को लकेर हम आगे बढ़ रहे हैं इसलिए हम कदम उठा रहे हैं. हमने भारत के कारोबारियों को पार्टनरशिप के लिए ओपनअप किया. ये सारे अवसर तकनीक से जुड़ी युवा पीढ़ी के लिए है.