लखनऊ शूटआउट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विवेक तिवारी की पत्नी से फोन पर बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. इससे पहले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एप्पल कंपनी में अधिकारी विवेक तिवारी के घर पहुंचे. यहां विवेक की पत्नी से मिलकर उन्होंने घटना पर शोक जाहिर किया.
विवेक की पत्नी कल्पना ने डिप्टी सीएम से मुलाकात के बाद कहा कि इस घटना की सीबीआई से जांच नहीं कराना चाहतीं, क्योंकि इसका प्रॉसेस लंबा है. उन्होंने कहा कि वे एसआईटी द्वारा जांच चाहती हैं. कल्पना के कहा कि उपमुख्यमंत्री ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल उनसे मिलेंगे. हम मुख्यमंत्री से इंसाफ चाहते हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर कल्पना ने कहा कि उन्होंने फोन पर हिंदू को मारने जैसी कोई बात नहीं कही थी. उन्होंने सिर्फ हर संभव मदद करने की बात कही थी. अगर उन्होंने ऐसा कुछ लिखा है तो वो गलत है. इस घटना को किसी धर्म या जाति से नहीं जोड़ना चाहिए.
योगी बोले- घटना दुखद, सख्त कार्रवाई करेगी सरकार#VivekTiwari death case: UP CM has spoken to the family of #VivekTiwari over phone. Expressing his condolences, he told the wife of the deceased that govt will provide all kinds of help needed by the family. He also told that the family can meet him anytime they want. pic.twitter.com/xdrTgdRDvy
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2018
विवेक हत्याकांड में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ की घटना दुखद है. ऐसी किसी भी आपराधिक कृत्य पर सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी. इस मामले में फौरन गिरफ्तारी हुई, मुकदमा दर्ज किया गया. इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद सख्त निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि फिर ऐसी घटना न हो. उन्होंने रविवार रात विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना से फोन पर बात कर अपनी संवेदना जताई. योगी ने कल्पना को आश्वस्त किया है कि सरकार उनके परिवार की हर संभव मदद करेगी. उन्होंने ये भी कहा कि वे उनसे सभी भी मिल सकते हैं.
डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार इस घटना से दुखी है और पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा इस मामले में फौरन सख्त कार्रवाई की गई ताकि ऐसी घटना फिर से न हो. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी नसीहत देते हुए कहा कि इस घटना पर राजनीति न करें. उसके लिए और भी मुद्दे हैं.
इस बीच कल्पना ने गोमतीनगर थाने में हत्याकांड में आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ नामजद नई रिपोर्ट दर्ज कराई है.
हत्यारोपी कॉन्स्टेबल की पत्नी पर भी होगी कार्रवाई
वहीं हत्यारोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी की सिपाही पत्नी के खिलाफ भी कार्रवाई होगी. उन पर थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के मामले में पुलिस विभाग एक्शन लेगा.
दोपहर में विवेक तिवारी का किया गया अंतिम संस्कार
इससे पहले दोपहर में बैकुंठधाम में विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस मौके पर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक और क्षेत्रीय भाजपा विधायक आशुतोष टण्डन भी मौजूद थे.
एसआईटी ने संभाली जांच की कमान
इस बीच हत्या मामले में गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने रविवार को जांच शुरू कर दी. लखनऊ जोन के पुलिस महानिरीक्षक सुजीत पाण्डेय ने यहां संवाददाताओं को बताया कि एसआईटी और फोरेंसिक टीम ने उस जगह पर पहुंचकर तफ्तीश शुरू की जहां शुक्रवार/शनिवार की मध्यरात्रि को पुलिस कांस्टेबल प्रशांत चौधरी द्वारा चलायी गोली लगने से विवेक तिवारी की मौत हो गयी थी. उन्होंने बताया कि टीम ने पुलिस की मोटरसाइकिल गिरने के स्थान का जायजा लेने के साथ-साथ हर चीज की विस्तार से जांच की. मौके पर मौजूद शीशे के टुकड़े एकत्र किये गए. टायर के निशान और जहां गाड़ी टकराई, वहां की नाप-जोख की गई. पाण्डेय ने कहा कि जो प्रत्यक्षदर्शी आज मौके पर नहीं पहुंचे, उन्हें बाद में ले जाया जाएगा. हमारे सामने जो मुद्दे हैं, उन पर अभी बहुत काम किया जाना बाकी है. हर पहलू की जांच के बाद ही हम रिपोर्ट देंगे.
लखनऊ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने बताया कि उनकी विवेक तिवारी के परिजनों से बात हुई है, लेकिन उन्होंने उसका ब्यौरा प्रेस से साझा नहीं किया. उन्होंने कहा कि एसआईटी सभी परिस्थितियों की जांच करेगी. उन्होंने हत्यारोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी का जिक्र आने पर कहा कि पुलिस बल में ऐसे तत्व बहुत कम हैं. प्रदेश के पास अच्छा पुलिस बल है. उसमें इस तरह के गलत तत्व हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करना हमारी जिम्मेदारी है. इस सवाल पर कि कुछ पुलिसकर्मियों ने प्रशांत चौधरी के बचाव में चंदा एकत्र कर उसकी पत्नी के खाते में डाला है, कृष्ण ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है.
तिवारी के अंतिम संस्कार में मौजूद कानून मंत्री बृजेश पाठक ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि यह वारदात दुर्भाग्यपूर्ण है. संकट की इस घड़ी में सरकार तिवारी के परिजन के साथ खड़ी है. सरकार परिवार को जल्द न्याय दिलाने के लिये हत्यारोपी पुलिसकर्मियों प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार के मुकदमे की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में कराने की कोशिश करेगी. साथ ही गृह विभाग के प्रमुख सचिव और पुलिस महानिदेशक से कहा जाएगा कि बड़े शहरों में संवेदनशील पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाए.
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि कीमती जान के नुकसान की कोई माफी नहीं हो सकती. वह तिवारी की दो छोटी बच्चियों, उनकी पत्नी तथा परिवार के सदस्यों को लेकर बेहद गमजदा हैं. इस घटना को अंजाम देने वाले पुलिसकर्मियों का यह आपराधिक बर्ताव अक्षम्य है. हम ऐसे वर्दीधारियों को सजा देने के लिये संकल्पबद्ध हैं, जिन्होंने हमें शर्मसार किया है.
मालूम हो कि लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में वाहन नहीं रोकने पर एक सिपाही ने विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी और संदीप के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों को बर्खास्त भी कर दिया गया है.
तिवारी की पत्नी कल्पना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की सीबीआई से जांच की मांग की है. साथ ही सरकारी नौकरी और परिवार का भविष्य सुरक्षित करने के लिये एक करोड़ रुपये के मुआवजे की भी मांग की है.
मुख्यमंत्री योगी ने इस घटना पर कहा है कि प्रथम दृष्ट्या दोषी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. आवश्यकता पड़ेगी तो मामले की सीबीआई जांच कराई जाएगी.