यूपी के प्रयागराज में एक ही परिवार के चार लोगों की निर्मम हत्या पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है, तो बीएसपी चीफ मायावती और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. इन नेताओं ने योगी सरकार के कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, 'इलाहाबाद के फाफामऊ में दबंगों के द्वारा चार दलितों की हत्या दलित विरोधी भाजपा सरकार पर एक और बदनुमा दाग है. घोर निंदनीय! उम्मीद है ये अपराधी बिना चश्मे के भी दिख जाएंगे.'
सपा सरकार के नक्शेकदम पर बीजेपी सरकार: माया
वहीं, मायावाती ने भी यूपी सरकार की तीखी आलोचना की. माया ने ट्वीट किया, 'यूपी के प्रयागराज में अभी हाल ही में दबंगों द्वारा एक दलित परिवार के चार लोगों की निर्मम की गई हत्या अति-दुःखद व शर्मनाक. यह घटना सरकार की लचर कानून-व्यवस्था को दर्शाती है. ऐसा लगता है कि इस मामलें में भाजपा भी अब सपा सरकार के ही नक्शेकदम पर चल रही है.'
बीएसपी चीफ ने कहा कि इस घटना के बाद सबसे पहले बाबूलाल भांवरा के नेतृत्व में बीएसी प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिला. इस मर्डर से साबित होता है कि प्रयागराज में दबंगों का जबरदस्त आतंक है, जिसके कारण ही यह घटना हुई है. बीएसपी की मांग है कि सरकार सभी आरोपी दबंगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे.
प्रियंका बोलीं- पीड़ित परिवार के साथ हूं
इससे पहले प्रियंका गांधी ने इलाहाबाद में फूलचंद पासी के परिवार से मिलकर उनके दर्द पर मरहम लगाया. प्रियंका ने दावा किया कि मुलाकात के दौरान पीड़ित फूलचंद पासी के परिजनों ने उन्हें बताया कि स्थानीय पुलिस ने गुंडों को संरक्षण दिया. परिजनों का कहना है कि हमारी बात नहीं सुनी जाती थी और स्थानीय प्रशासन खुलकर गुंडों का साथ देता था.
योगी सरकार की तीखी आलोचना करते हुए प्रियंका ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इस सरकार में गरीबों, दलितों एवं वंचितों की कोई सुनवाई नहीं है. संविधान दिवस पर इंसाफ संविधान का सबसे महत्वपूर्ण मूल्य है. मैं न्याय की लड़ाई के साथ हूं.
AAP ने भी साधा निशाना
इस मामले पर AAP सांसद संजय सिंह ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर योगी सरकार पर निशान साधा. संजय सिंह ने कहा कि यूपी में वंचित समाज के खिलाफ दरिंदगी की खुली छूट मिली हुई है. किसी भी शख्स की प्रयागराज की घटना से रूह कांप जाएगी. भाजपा संविधान दिवस मनाने की नौटंकी कर रही है, तब हैवानियत को अंजाम दिया जा रहा है. यह घटना प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत से हुई है. 2020 और 2021 सितंबर में इस परिवार के साथ मारपीट हुई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई. यह घटना हाथरस कांड से ज्यादा भयानक है.
AAP नेता ने कहा कि अब तक सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार से बातचीत नहीं की, क्योंकि उत्तर प्रदेश में जाति देखकर न्याय मिलता है. उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बदतर हो गई है. आम आदमी पार्टी की मांग है कि योगी सरकार प्रयागराज हत्याकांड में फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का निर्देश दे और 6 महीने के अंदर हत्यारों को फांसी की सजा दी जाएं.
जानिए पूरा मामला
प्रयागराज के फाफामऊ के गोहरी गांव में बुधवार रात एक ही परिवार के 4 सदस्यों की धारदार हथियार से नृशंस हत्या कर दी गई थी. खून से लथपथ शव गुरुवार सुबह पुलिस को मिले थे. मृतकों में 50 वर्षीय फूलचंद पासी, उनकी पत्नी मीनू (45), बेटा शिव (10) और 17 साल की बेटी शामी शामिल हैं.