'अगर हम बर्बाद करने पर आएंगे तो छोड़ेंगे नहीं किसी भी देश को'. यह विवादित बयान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने दिया.
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच बुधवार रात को प्रदशर्नकारियों को संबोधित करते हुए फैजुल हसन ने कहा कि सब्र देखना है तो हिंदुस्तान के मुसलमानों का देखिए, जो 1947 के बाद 2020 तक देश को टूटने नहीं दिया.
'हम नहीं चाहते हिंदुस्तान टूटे'
प्रदर्शनकारियों से फैजुल हसन ने आगे कहा, 'हम कभी भी नहीं चाहते कि हिंदुस्तान टूटे, वरना रोक नही पाएंगे हम उस कौम से हैं, अगर हम बर्बाद करने पर आएंगे तो छोड़ेंगे नहीं किसी भी देश को. इतना गुस्सा हैं हम में, लेकिन कभी नहीं चाहते हैं कि हम मुल्क को तोड़े.
फैजुल हसन यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, 'इस मुल्क को बचाने के लिए हमने लड़ाई लड़ी है, अपने गले को कटवाया है, इसलिए हम हमेशा मुल्क को बचाने की कोशिश करेंगे. अमित शाह ऐसा न करें. गला भी काट रहे हैं और धमकी भी दे रहे हैं.'
'12वीं के छात्र से बहस करें अमित शाह'
सीएए और एनआरसी पर गृह मंत्री अमित शाह को बहस की चुनौती देते हुए पूर्व छात्र नेता फैजुल हसन ने कहा, 'आइए, अमित शाह आप हमारे 12वीं क्लास के स्टूडेंट से बहस करें. मुझे उम्मीद है कि वह जीत नहीं पाएंगे.'
इसे भी पढ़ें--- शाह को ओवैसी की चुनौती- CAA पर मेरे साथ चर्चा करने के लिए तैयार हैं?
उन्होंने कहा, 'वह (अमित शाह) पांच प्वाइंट बता दें तो मैं उनके साथ सीएए के समर्थन में खड़ा हो जाऊंगा, लेकिन हमारे पास सीएए-एनआरसी के खिलाफ 50 प्वाइंट है, कल को वो जब सत्ता से हटेंगे तो सबसे पहले वो भी बाहर निकाले जाएंगे.'