जिंदगी में लोग अपने पारिवारिक रिश्ते को बचाने के लिए कई तरह के प्रयत्न करते हैं. वहीं, एक महिला अपने शादी का बंधन बचाने के लिए बच्चा चोर बन गई.
बच्चा चोर महिला के मुताबिक उसके पहले पति की मौत के बाद जब उसने दूसरी शादी की तो उसके पति ने महिला से एक अनोखी शर्त रखी और अपनी शादी बचाने के लिए महिला ने बच्चा चोरी को अंजाम दे डाला. फिलहाल अब आरोपी महिला पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस ने आरोपी महिला को बच्चा चोरी के गुनाह में जेल भेज दिया है.
कौशंबी के चरवा की रहने वाली आरोपी महिला विपति देवी की शादी कानपुर के नौबस्ता इलाके में सुरेन्द्र के साथ 5 साल पहले हुई थी, लेकिन किसी कारण वश उसके पति का देहांत हो गया. पति की मौत के बाद विपति अपने गांव चरवा आ गई और गांव के रहने वाले महेश के साथ उसकी दूसरी शादी हो गई, लेकिन शादी के बाद उसके पति ने शर्त रखी कि यदि वह उसके बेटा न दे सकी तो वह उसे अपने पास नहीं रखेगा.
पति के सितम से बचने और उसके साथ सात फेरों का बन्धन न टूटे इसके लिए उसने एक माह के मासूम बच्चे को चुरा लिया. पुलिस के सामने जब एक बच्चे की दो दावेदार मां का मामला आया तो वो भी हैरत में पड़ गई. पुलिस की गिरफ्त में आई महिला ने अपने इकबालिया जुर्म में कबूल किया है कि उसने अपने पति के साथ सात फेरो का बंधन निभाने और उसे बचाने के लिए बच्चे को चोरी किया था.
पुलिस ने आरोपी महिला को बच्चा चोरी के जुर्म में जेल भेज दिया है. कौशंबी के चरवा थाने में 21 दिन पहले बच्चा चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज की तो इसे सामान्य मामला समझ रही थी. पुलिस की इंटेलिजेंस विंग और चरवा पुलिस ने इसका खुलासा किया तो कौशंबी के पुलिस अफसरों को भी एक बच्चे की दो मां देख उन्हें भी पसीना आ गया.
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक यह मामला अपने आप में बहुत उलझा हुआ था. आधुनिक डाक्टरी परिक्षण के बाद बच्चे को उसकी असली मां को सौंप दिया और बच्चा चोर मां को उसकी असली जगह जेल भेज दिया है.