यूपी के मिर्जापुर में पंचायत की चुनावी राजनीति में पहली बार कदम रख रही विधायक की पत्नी को नहीं पता कि देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री कौन हैं? वहीं, इसी मिर्जापुर से बीजेपी प्रत्याशी भी प्रदेश के पंचायती राज मंत्री का नाम नहीं बता पाए. फिलहाल दोनों का सामान्य ज्ञान एक जैसा है.
मिर्ज़ापुर की राजनीति के सबसे मजबूत परिवार में से एक सोनभद्र से सांसद पकौड़ी कोल की बहू और छानबे से विधायक राहुल कोल की पत्नी रिंकी सिंह ने गुरुवार को नामांकन कर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की. रिंकी सिंह को अपना दल (S) ने राजगढ़ से प्रत्याशी बनाया है.
नामांकन के दौरान सांसद ससुर और विधायक पति दोनों बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ मौजूद रहे. नामांकन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए रिंकी सिंह से जब देश के पीएम और राज्य के सीएम का नाम पूछा गया तो वह बता नहीं पाईं. रिंकी सिंह ने सवाल के जवाब में चुप्पी साध ली और मुस्कुराने लगी. इस बीच पीछे खड़े विधायक पति ने मामले को संभाला.
यही हाल बीजेपी नेता मनी राम कोल का भी था. नामांकन करने के बाद लौटे मनीराम कोल से जब पत्रकारों ने प्रदेश के पंचायती राज मंत्री का नाम पूछा तो वह नाम नहीं बता पाए. नाम बताने में फंसते देख समर्थक ने पीछे से आशुतोष टंडन का नाम लिया जिसे उन्होंने पंचायती राज मंत्री के रूप में बता दिया गया.
बता दें कि मिर्ज़ापुर जिला कलेक्ट्रेट में गुरुवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए राजगढ़ वार्ड संख्या-3 से अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (S) की प्रत्याशाी रिंकी सिंह ने अपना नामांकन किया. रिंकी सिंह अपना दल (S) से छानवे सुरक्षित विधान सभा सीट से पार्टी के विधायक राहुल कोल की पत्नी हैं. विधायक राहुल कोल के पिता पकौड़ी कोल राबर्ट्सगंज संसदीय सीट से अपना दल (S) के सांसद हैं.
वहीं, बीजेपी नेता मनीराम कोल मिर्जापुर में हलिया के वार्ड नंबर-4 से जिला पंचायत सदस्य के पद पर चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने उन्हें जिला पंचायत सदस्य का टिकट दे कर मैदान में उतारा है. मिर्ज़ापुर में कुल 44 जिला पंचायत सदस्य की सीट हैं. यह दोनों अलग-अलग सीट से जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनावी मैदान में हैं.
इस बार मिर्ज़ापुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इसलिए एक तरफ जहां मनीराम कोल बीजेपी से अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदारों में से एक है तो अगर बीजेपी से समीकरण बैठा तो अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल(S)से रिंकी सिंह भी अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदारों में से एक हैं. फिलहाल दोनों का सामान्य ज्ञान एक जैसा है. एक तरफ जहां रिंकी सिंह को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का नाम नहीं पता तो वही मनीराम कोल को प्रदेश के पंचायती राज मंत्री का नाम नहीं पता है.