हैदराबाद के राचाकोंडा पुलिस कमिश्नरेट ने मोबाइल चोरी के बढ़ते मामलों पर बड़ा प्रहार करते हुए बीते दो महीनों में 1,130 चोरी या गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी बाजार कीमत लगभग 3.5 करोड़ बताई जा रही है. यह कार्रवाई CEIR (Central Equipment Identity Registry) पोर्टल की मदद से की गई, जो प्रत्येक मोबाइल फोन के IMEI नंबर के आधार पर ट्रैकिंग की सुविधा देता है.
पुलिस के अनुसार, इन बरामद मोबाइल फोनों को एक औपचारिक समारोह में उनके वास्तविक मालिकों को लौटाया गया. इस मौके पर राचाकोंडा पुलिस कमिश्नर सुधीर बाबू ने जानकारी दी कि साल 2025 में अब तक राचाकोंडा कमिश्नरेट के तहत कुल 3,694 मोबाइल फोन बरामद किए जा चुके हैं. यह लोगों को जागरूक करने का एक जरिया भी है कि गुम या चोरी हुए मोबाइल अब ट्रैक करना संभव है, बशर्ते सही समय पर शिकायत दर्ज करवाई जाए.
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राचाकोंडा पुलिस ने आम जनता को बिना वैध बिल या प्रामाणिक दस्तावेजों के सेकेंड हैंड मोबाइल फोन न खरीदने को कहा है. ऐसा करने पर व्यक्ति को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि वह चोरी का सामान खरीदने के अपराध के अंतर्गत आ सकता है.
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CEIR यानी सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्ट्र्री भारत सरकार की एक पहल है, जो मोबाइल फोन के IMEI नंबर से उसे ट्रैक करने और चोरी या गुम हुए फोन को ब्लैकलिस्ट कर नेटवर्क से बाहर करने की सुविधा देती है.
पुलिस की इस कार्रवाई से न सिर्फ मोबाइल चोरों को झटका लगा है, बल्कि आम जनता को भी यह सीख मिली है कि तकनीक का सही इस्तेमाल कर, मोबाइल चोरी जैसी घटनाओं को कम किया जा सकता है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपने मोबाइल का IMEI नंबर सुरक्षित रखें और गुमशुदगी की स्थिति में तत्काल FIR दर्ज कर CEIR पोर्टल पर शिकायत करें.