तेलंगाना के हैदराबाद में चाइनीज़ मांझा के खतरनाक इस्तेमाल का एक और गंभीर मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर इस जानलेवा धागे पर सख्त कार्रवाई की मांग को तेज कर दिया है. शहर में एक नाबालिग बच्चा चाइनीज़ मांझा की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया. गनीमत रही कि समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बच गई. बच्चे के परिजनों के मुताबिक, यह हादसा इतना गंभीर था कि बच्चे को करीब 22 टांके लगाने पड़े.
घटना के बाद बच्चे के माता-पिता ने भावुक अपील करते हुए कहा कि उनके बच्चे का बचना किसी चमत्कार से कम नहीं है. परिजन ने कहा, 'जो मेरे रब ने तकदीर में लिखा था, उसी से मेरा बच्चा बच पाया. आज वह सिर्फ अल्लाह की रहमत से जिंदा है.' उन्होंने इस घटना को पूरे शहर के लिए चेतावनी बताया.
हालांकि परिजनों ने इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है. उनका कहना है कि पुलिस अपना काम ईमानदारी से कर रही है और चाइनीज मांझा बनाने व बेचने वालों के खिलाफ पहले से ही कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कानून व्यवस्था संभालने वाली एजेंसियों के प्रयासों की सराहना भी की.
परिजन ने यह भी कहा कि राजनीतिक स्तर पर भी इस मुद्दे को कई बार उठाया गया है. उन्होंने एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए बताया कि वह 21 से अधिक बार चाइनीज़ मांझा के खतरों को लेकर चेतावनी दे चुके हैं. इसके बावजूद शहर में इसका अवैध निर्माण और बिक्री थमने का नाम नहीं ले रही है.
घटना को लेकर एक गंभीर सवाल उठाते हुए बच्चे के पिता ने कहा, 'आज मेरे बच्चे की जान खतरे में पड़ी, कल यह किसी और का बच्चा हो सकता है. आपके बच्चे भी इसी शहर की सड़कों पर चलते हैं.' उन्होंने साफ कहा कि चाइनीज़ मांझा की मांग ही इसकी अवैध आपूर्ति को बढ़ावा देती है.
उन्होंने लोगों से अपील की कि सिर्फ शौक और मनोरंजन के लिए किसी की जान जोखिम में न डालें. परिजन ने चाइनीज़ मांझा के इस्तेमाल को गैरकानूनी और नैतिक रूप से गलत बताते हुए नागरिकों से इसे पूरी तरह नकारने की अपील की.
साथ ही, उन्होंने मुख्यमंत्री और सांसद असदुद्दीन ओवैसी से मांग की कि शहर की सीमा में चाइनीज मांझा उड़ाने वालों के खिलाफ और भी सख्त कानून बनाए जाएं और कड़ी सजा का प्रावधान हो. उन्होंने सुझाव दिया कि पतंगबाजी अगर हो भी, तो वह रिहायशी इलाकों से दूर खुले मैदानों तक सीमित की जाए, ताकि मासूम जानें सुरक्षित रह सकें.