अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा के लेख के बाद मोदी सरकार पर विपक्षी दल चौतरफा हमला कर रहे हैं. कांग्रेस ने आज प्रेस कांफ्रेस कर अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार पर तीखे वार किए. कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि, " यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार को जो सच्चाई का आइना दिखाया, वह कांग्रेस हर दिन दिखा रही है. उद्योग ठप हैं, नौकरियां भी नहीं है और लोग परेशान हो रहे हैं. भाजपा के द्वारा अर्थव्यवस्था से खिलवाड़ का खामियाज़ा पूरा देश भुगत रहा है."
उन्होंने आगे कहा कि, "नोटबंदी और जीएसटी का भार अब जनता के कंधों पर आ गिरा है. पिछली 6 तिमाही में जीडीपी दर लगातार फ़िसलकर 9.2 से 5.7 प्रतिशत आ गिरी है. पुराने आंकड़ों से देखें तो जीडीपी दर 3.5 प्रतिशत पर ही है. भाजपा शासन में जीडीपी में निर्यात का हिस्सा 19.4 प्रतिशत है, जो पिछले 14 सालों में सबसे कम रह गया है."
निजी निवेश के बारे में चिदंबरम ने कहा कि निजी निवेश में कोई वृद्धि नहीं है. 'ग्रॉस फिक्स्ड कैपिटल फार्मेशन' जीडीपी के प्रतिशत में 26.9% है, जो की 14 सालों में सबसे कम है. झूठे प्रचार और विज्ञापनों की जादूगरी चलाकर पीएम देश को ग़ुमराह कर रहें है. मेक इन इंडिया का हाल बेहाल है. उत्पादन 8 सालो में सबसे कम है.
महंगाई और अत्यधिक करों ने लोगों की जेब काट ली है, रोज़ाना बचत की योजनाओं पर ब्याज कम कर भाजपा जनता का उत्पीड़न कर रही है. पेट्रोल,डीज़ल पर टैक्स और रसोई गैस पर सब्सिडी कम कर भाजपा मुनाफ़ाख़ोरी कमाने में व्यस्त है. इससे 2,67,000 करोड़ सरकारी ख़जाने में आ चुके है. आम नागरिक को लूटकर मुनाफा कमाना और उनके मेहनत से कमाए गए पैसों से सरकारी खजाना भरना, भाजपा की नीति और नीयत बन चुकी है.