कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘अच्छी पहल नहीं’ थी. यदि वह देश के प्रधानमंत्री होते तो नोटबंदी के प्रस्ताव को ‘कचरे के डिब्बे’ में फेंक देते. राहुल गांधी अभी दक्षिण एशियाई देशों की पांच दिन की यात्रा पर हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने मलेशिया से अपनी यात्रा शुरू की और इस दौरान कुआलालंपुर में भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत की. इस दौरान उनसे पूछा गया था कि वह नोटबंदी को कैसे अलग तरह से लागू करते. इस पर राहुल गांधी ने कहा, यदि मैं प्रधानमंत्री होता और कोई मुझे नोटबंदी करने के प्रस्ताव की फाइल देता तो मैं उसे कचरे के डिब्बे में, कमरे से बाहर या कबाड़खाने में फेंक देता.
राहुल गांधी ने कहा, मैं इस तरह इसे (नोटबंदी) लागू करता क्योंकि मेरे हिसाब से नोटबंदी के साथ ऐसा ही किया जाना चाहिए क्योंकि यह किसी के लिए भी अच्छी नहीं है. उनका इससे जुड़ा एक वीडियो कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है.
Congress President Rahul Gandhi tells us how he would have rolled out #Demonetisation better. #RGinMalaysia pic.twitter.com/2Tm82a8fjU
— Congress (@INCIndia) March 10, 2018
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को की थी. इसमें उन्होंने 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट बंद कर दिए थे. कांग्रेस पार्टी ने इसका मुखर विरोध किया था.
राहुल गांधी ने कुआलालंपुर में आईवाईसीओएन में युवा पेशेवरों को भी संबोधित किया. अपने फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि कुआलालंपुर में आज उन्होंने मलेशियाई भारतीय कांग्रेस (एमआईसी) के अध्यक्ष सुब्रहमणयम सत्यशिवम से मुलाकात की. एमआईसी मूल तौर पर 1946 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का ही हिस्सा थी. मलेशियाई स्वतंत्रता आंदोलन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. गांधी की यह यात्रा कांग्रेस की भारतीय समुदाय से जुड़ाव की कोशिश का हिस्सा है. कल उन्होंने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग से भी मुलाकात की थी.