उत्तराखंड में भयावह आपदा के दौरान बचाव कार्य में लगे एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की खबर मिलने पर वायुसेना के एक स्क्वाड्रन लीडर ने कहा कि ‘भगवान इतने नाराज क्यों हैं कि वह मदद कर रहे लोगों को ही मार रहे हैं.’ गोचर के हेलीपैड के आसपास भावुक करने वाले कई मौके आए.
हेलीकॉप्टर हादसे को लेकर वायुसेना के कुछ अधिकारी जहां क्रोधित नजर आए तो कुछ ने अपने गुस्से पर काबू पाने का प्रयास किया. वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें 20 लोगों के मरने की आशंका है.
एक अन्य वायुसेना अधिकारी ने कहा, ‘हम लोगों को बचाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. यहां तक कि अपनी सीमाओं से आगे जा कर काम कर रहे हैं लेकिन लगता है कि ईश्वर ने अब तक आर्शीवाद हमें नहीं दिया.’
केदारनाथ घाटी से वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के जरिये बचा कर लाए गए कुछ श्रद्धालुओं के लिए एमआई-17 हेलीकॉप्टर हादसा मानों उनके अपनों के साथ हुआ हादसा है.
मध्यप्रदेश की निवासी सावित्री मिश्रा ने कहा, ‘वायुसेना के जवानों के भी बच्चे हैं. हमें बचाने के लिए वह अपनी जान दांव पर लगा रहे हैं. उनके साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था.’ वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने छह दिन से गौरीकुंड में भटक रही सावित्री को मंगलवार को बचा कर बाहर निकाला है.