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कौन है ए. राजा?

2जी आवंटन घोटाले में बुधवार को राजा की गिरफ्तारी किसी पूर्व केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी का दुर्लभ मामला बन गया है.

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a raja, ए राजा
a raja, ए राजा

2जी आवंटन घोटाले में बुधवार को राजा की गिरफ्तारी किसी पूर्व केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी का दुर्लभ मामला बन गया है.

द्रमुक के जानेमाने दलित चेहरे के तौर पर केंद्र की राजनीति कर रहे 47 वर्षीय राजा ने वकील के रूप में और तमिलनाडु के ग्रामीण क्षेत्र में प्रखंड स्तर के नेता से लेकर कैबिनेट तक का सफर किया. पिछले साल नवंबर में उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा.

माना जाता है कि आंदिमुथू राजा का कविता के प्रति प्रेम उन्हें द्रमुक अध्यक्ष करुणानिधि के करीब लाया और उनके वहीं से उनके राजनीतिक करियर की शुरूआत हुई.

तमिलनाडु में विधानसभा चुनावों से पहले राजा की गिरफ्तारी से द्रमुक के लिए कठिनाई पैदा हो गयी है.

राजा को राजनीतिक जीवन में काफी सफलताएं मिली. वह 1999 में महज 35 साल की उम्र में राजग सरकार में केंद्रीय मंत्री बन गये थे. इसके बाद वह केंद्र में राजग और संप्रग दोनों ही सरकारों में मंत्री पद पर रहे.

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मई 2007 में वह संचार मंत्री बने और 2जी घोटाले में आरोपों के बावजूद फिर से इस पद पर काबिज हुए. इस पद की दौड़ में कलानिधि मारन भी थे लेकिन दलित द्रमुक नेता होने तथा करुणानिधि के करीबी होने का फायदा राजा को मिला.{mospagebreak}

खबरों में छाये रहने वाले दूरसंचार मंत्रालय को राजा द्वारा पसंद किये जाने से दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में अटकलें शुरू हो गयीं, जबकि उन पर 2जी मामले में कथित अनियमितता के आरोप लग रहे थे.

तमिलनाडु के पेरांबलूर में 10 मई 1963 को जन्मे राजा अकसर बातचीत में इस बात का भी जिक्र करते रहे हैं कि उन्हें शिक्षा पाने के लिए त्रिची जाना पड़ता था क्योंकि उनके घर के पास कोई सुविधा नहीं थी.

उन्होंने वहां बीएससी और कानून की डिग्री हासिल की. वह द्रमुक के मातृ संगठन द्रविड़ार कझगम के छात्र नेता रहे.

राजा के जीवन का एक रोचक पहलू तमिल में उनका कविता लेखन है. माना जाता है कि साहित्यिक रुचि के कारण ही वह करुणानिधि के करीब आये.

वर्ष 2009 में सांसद बने राजा का संसद में यह चौथा कार्यकाल है. चुनाव के दौरान उनका नारा था, ‘एक किलोग्राम चावल एक रुपया, फोन पर हैलो 50 पैसा.’ पिछले साल 2जी मामले में घिरे होने पर चारों तरफ से दबाव के बाद 14 नवंबर को मंत्रालय छोड़ने के बाद भी राजा ने कहा था, ‘मैं संचार क्षेत्र में क्रांति लाया.’ वर्ष 2007 में 2जी स्पेक्ट्रम के लिए लाइसेंस आवंटन के समय से ही राजा खबरों में बने रहे. 2जी घोटाले में सीबीआई, सीवीसी और कैग समेत अनेक एजेंसियों ने स्वतंत्र जांच शुरू की थी.

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