पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस, बीजेपी और सीपीएम कार्यकर्ताओं के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. बीजेपी की ओर से आरोप लगाया गया है कि टीएमसी विपक्षी उम्मीदवारों पर हमले कराकर उन्हें नामांकन भरने से रोक रही है. इस सिलसिले में पश्चिम बंगाल बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.
झड़प रोकने गई पुलिस पर भी हमला
पश्चिम बंगाल में जगह-जगह तीनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो रही है. बीरभूम के नलहाटी में टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया कि मौके पर भारी पुलिस बल को भेजना पड़ा. दोनों दलों के लोगों को शांत करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज के साथ आंसूगैस के गोले भी छोड़ने पड़े. इस दौरान पुलिस पर भी पत्थर फेंके गए, जिसमें कुछ जवान घायल हो गए.
नामांकन प्रक्रिया के दौरान भिड़े BJP और TMC कार्यकर्ता
वहीं हुगली में CPM कार्यकर्ताओं को उनके दफ्तर से बाहर निकालकर पीटा गया. इसका आरोप टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर लगाया जा रहा है. वेस्ट मिथनापुर में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ता नामांकन भरने के दौरान बीडीओ दफ्तर पर ही भिड़ गए. दोनों ओर से भारी पत्थरबाजी की गई. बीजेपी दफ्तर में तोड़फोड़ भी की गई. मुर्शिदाबाद में भी नामांकन भरने के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की खबर मिली है.
BJP प्रतिनिधिमंडल पर हमला
बांकुरा में डीएम ऑफिस के बाहर बीजेपी प्रतिनिधिमंडल पर हमले की खबर मिली है. बताया जा रहा है कि पार्टी महासचिव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल के वाहनों पर हमला किया गया, जब वे बीजेपी समर्थकों पर लगातार हो रहे हमले के खिलाफ ज्ञापन सौंपने जा रहे थे.
#WATCH Bankura: BJP State Secretary Shyamapada Mondal attacked, allegedly by TMC workers. #WestBengal pic.twitter.com/RSgwJbHYCp
— ANI (@ANI) April 6, 2018