ममता का ऐलान- नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी 64 फाइलें अगले हफ्ते होंगी सार्वजनिक
लंबे समय से हो रही मांग को देखते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की फाइलें सार्वजनिक होने का रास्ता साफ दिख रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की हैं कि वे अगले हफ्ते शुक्रवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी 64 गोपनीय फाइलें सार्वजनिक करेंगी.
लंबे समय से हो रही मांग को देखते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की फाइलें सार्वजनिक होने का रास्ता साफ दिख रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की हैं कि वे अगले हफ्ते शुक्रवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी 64 गोपनीय फाइलें सार्वजनिक करेंगी. ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से कहा, 'नेताजी से संबंधित जो भी फाइलें हमारे पास हैं, उसे सार्वजनिक करने का निर्णय हमने लिया है.
All 64 files concerning Netaji Subhas Chandra Bose will be put in public domain next friday: WB CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/qzgLqK636W
केंद्र-राज्य सरकारों की राय अलग गौरतलब है कि प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय अबतक नेताजी से जुड़ी गोपनीय फाइलें सार्वजनिक करने से रोकते रहे हैं. ये फाइलें नेताजी के गायब होने की कहानी पर नई रोशनी डाल सकती हैं. इससे पहले केंद्र की एनडीए सरकार ने नेताजी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया था. पश्चिम बंगाल सरकार के इस कदम से अब नेताजी की फाइलों को लेकर ममता और केंद्र की मोदी सरकार में तनातनी बढ़ सकती है.
ममता बनर्जी ने की घोषणा राज्य सचिवालय से ममता बनर्जी ने कहा, 'नेताजी से संबंधित सभी फाइलें अगले शुक्रवार को सार्वजनिक होंगी. पश्चिम बंगाल सरकार ने फैसला किया है कि सभी फाइलों और दस्तावेजों को लोगों के सामने लाया जाएगा. हमलोग नेताजी के जन्म की तिथि जानते हैं लेकिन मौत अब भी रहस्य है. जनता को उनके आखिरी दिनों के बारे में जानने का हक है. हमलोग पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर प्रतिबद्ध हैं. जनता को नेताजी के बारे में जरूर जानना चाहिए.' रहस्य आ सकता है सामने भारत की स्वतंत्रता के लिए आजाद हिंद फौज का नेतृत्व करने वाले सुभाष चंद्र बोस की मौत एक रहस्य बनी हुई है. इस मुद्दे पर फिर राजनीतिक हलकों और बुद्धिजीवियों के बीच तीखी बहस छिड़ हुई है. गौरतलब है कि 1945 में 18 अगस्त को वह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सुभाषचंद्र बोस सवार बताए जाते थे, हालांकि नेताजी को लेकर कई विरोधाभासी बातें सामने आती रही हैं और उनसे जुड़ी गोपनीय जानकारी को सार्वजनिक करने की मांग उठती रही है. बीजेपी ने 2014 के आम चुनावों में केंद्र में सरकार बनने पर इन फाइलों को सार्वजनिक करने का वादा किया था. लेकिन, बाद में बीजेपी ने इस मामले में यूटर्न ले लिया था.