पश्चिम बंगाल में सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर हैं. इस वजह से मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताल को लेकर नाराज हैं. गुरुवार को ममता अचानक कोलकाता के सीएमकेएम मेडिकल कॉलेज पहुंच गईं. ममता ने डॉक्टरों से चार घंटे के अंदर काम पर लौटने का आदेश दिया है. इसके बावजूद अगर डॉक्टर काम नहीं करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी. ममता ने कहा कि पिछले चार दिन से डॉक्टर काम नहीं कर रहे हैं. यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है, मैं इसकी निंदा करती हूं.
उधर पश्चिम बंगाल में लगातार चिकित्सकों पर बढ़ते हमले की घटना से एम्स दिल्ली के चिकित्सक खफा हैं. एम्स के रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने पत्र जारी कर पश्चिम बंगाल सरकार पर चिकित्सकों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है. चिकित्सकों ने कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार चिकित्सकों को सुरक्षा देने में विफल साबित हुई है.
West Bengal CM at SSKM Medical college in Kolkata to doctors on strike: Hospitals should start working within 4 hrs. Strong action will be taken against those doctors who don't perform their duty. Nothing can be as unfortunate as doctors not working for 4 days, I condemn this. pic.twitter.com/61lugyUosx
— ANI (@ANI) June 13, 2019
जिससे एम्स के चिकित्सक खफा और दुखी हैं. संगठन ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के चिकित्सकों के साथ हम खड़े हैं. हड़ताल से मरीजों की परेशानी को लेकर हमें खेद है, मगर सरकार ने हमारे पास कोई विकल्प नहीं छोड़ा है. चिकित्सक पर हथियार से हमला समाज के लिए भी घातक है. इस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को निजी रूप से हस्तक्षेप करना चाहिए.