दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में आज मॉनसून (Monsoon) ने रफ्तार पकड़ ली है. राजधानी दिल्ली में रविवार तड़के से ही बारिश हो रही है, जिससे मौसम सुहावना होने के साथ गर्मी से राहत मिली है. दिल्ली में भारी बारिश (Heavy Rain) से कई जगह सड़कों पर पानी भी भर गया है. दिल्ली में मिंटो रोड पर भारी बारिश से अंडरपास में पानी भर गया. जलभराव (Waterlogged) के बीच डीटीसी की बस लगभग पूरी डूब गई. वहीं, कई जगहों पर जलभराव के बाद जाम भी लगा.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हल्की बूंदाबांदी और रुक-रुक कर बारिश हो रही है. हरियाणा, पंजाब और हिमाचल में अगले 3 दिन भारी बारिश के आसार हैं. भारी बारिश के मद्देनजर मौसम विभाग ने कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. साउथ गुजरात में भी मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है. मौसम विभाग ने दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा, बिहार में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से शहर के कई इलाकों में जलभराव है.

दिल्ली: भारी बारिश से कई जगहों पर जलभराव, पानी में डूबी DTC की बस
मौसम विभाग ने शनिवार को ही पूर्वानुमान में कहा कि दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में रविवार से लगातार बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून उत्तर की ओर बढ़ेगा और अगले 3-4 दिनों तक स्थिर रहेगा. 19 से 21 जुलाई के बीच दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में भारी बारिश होने की उम्मीद है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश का अनुमान लगाते हुए रेड अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत में बारिश (Rain) का दौर जारी रहने से उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिलेगी लेकिन भारी बारिश के कारण असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ की स्थिति और खराब हो सकती है. उत्तराखंड और पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं.
दिल्ली के अगले 2 दिनों तक होगी बारिश
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों के दौरान दिल्ली के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान लगाया है. विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि मॉनसून उत्तर की ओर बढ़ना शुरू हो गया है. अगले दो दिनों में दिल्ली में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की उम्मीद है. सफदरजंग वेधशाला ने जुलाई में अब तक 47.9 मिमी बारिश दर्ज की है, जो सामान्य के 109.4 मिमी से 56 प्रतिशत कम है.
Various parts of Delhi face waterlogging after the city received heavy rainfall today. Visuals from Tilak Bridge. pic.twitter.com/R1xUArE76C
— ANI (@ANI) July 19, 2020
यूपी के इन इलाकों में बारिश
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ, हस्तिनापुर, बिजनौर, नजीबाबाद, मुरादाबाद, चांदपुर और आस-पास के इलाकों में अगले कुछ घंटों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है. वहीं, हरियाणा के जिंद, रोहतक, पानीपत, भिवानी और गुरुग्राम में बारिश के आसार हैं.
19-07-2020; 0630 IST; Thunderstorm with rain would occur over and adjoining areas of Hissar, Jind, Gohana, Gannaur, Panipat, Rohtak, Bhiwani, Jhajjar, Sonipat, Bagpat, Gurugram, Noida, Bulandsahar, Pilani, Ghaziabad, Faridabad and many places of Delhi.
— India Met. Dept. (@Indiametdept) July 19, 2020
उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश से कई जगह भूस्खलन
पहाड़ी इलाकों में मूसलाधार बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की घटनाएं हो रही हैं. पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है. एक तरफ जहां पहाड़ों से मलबा गिर रहा है तो वहीं बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है. ढीलम, जौलढुंगा, धापा, राथी, चौना, बसंतकोट, सेरा, कैठी, सेवला इत्यादि गांवों में लोगों के घरों को काफी नुकसान पहुंचा है. सड़कों का हाल ऐसा हो गया है कि लोगों को आवाजाही के लिए खुद ही सड़कें खोलने के काम में जुटना पड़ रहा है. इसके अलावा रुद्रप्रयाग में पहाड़ों से गिरे पत्थरों की वजह से केदारनाथ और बद्रीनाथ हाईवे बंद किया गया. चमोली में भी आसमानी आफत कहर बनकर बरस रही है. बारिश की वजह से कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है.
Uttarakhand: Teams of Chamoli district administration and NDRF are clearing the Badrinath Highway which was blocked at Bhanerpani, Pipalkoti due to landslide. The district administration distributed water bottles & biscuits to the stranded passengers. pic.twitter.com/nzE7ojVwnD
— ANI (@ANI) July 19, 2020
असम में बाढ़ से तबाही
असम में बाढ़ के कारण मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और फसलें तबाह हो गईं हैं. इसके अलावा कई स्थानों पर सड़कें और पुल टूट गए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि धुबरी जिले में बाढ़ से सर्वाधिक 4.69 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. कम से कम 2,678 गांव अभी जलमग्न हैं और 1,16,404 हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई है. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि देश के उत्तरी और उत्तरपूर्वी हिस्सों में मॉनसून की सक्रियता बढ़ने से परेशानी और बढ़ सकती है.

मॉनसून ने पकड़ी रफ्तार, कई राज्यों में बारिश के आसार, हिमाचल में मौसम विभाग का अलर्ट
बिहार में भारी बारिश का अनुमान
बिहार में आज यानी रविवार से बारिश की तीव्रता बढ़ने की आशंका है. बिहार के सभी जिलों में एक सप्ताह तक बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग के अनुसार बिहार में 1 से 17 जुलाई के बीच सामान्य से 41 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने 19 से 21 जुलाई तक राज्य के अधिकतर स्थानों पर बारिश और आंधी-तूफान का अनुमान जताया है.
हिमाचल प्रदेश में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में अधिक बारिश की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों में 20 व 21 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के डायरेक्टर मनमोहन सिंह ने शनिवार को बताया कि येलो और ऑरेंज अलर्ट हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन, सिरमौर और चंबा जिलों के लिए जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि 22 जुलाई तक राज्य में भारी बारिश का अनुमान है. 20 जुलाई को कुल्लू और मंडी में येलो अलर्ट जारी किया गया है. 21 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट के साथ ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, शिमला और सिरमौर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. 21 जुलाई के लिए कुल्लू, सोलन और मंडी में येलो अलर्ट जारी किया गया है.
हरियाणा-पंजाब में कैसा रहेगा मौसम
पंजाब और हरियाणा में तापमान सामान्य स्तरों के आस-पास है. हरियाणा, पंजाब, हिमाचल के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 3 दिन में भारी बारिश हो सकती है. इसके लिए आपदा प्रबधंन को भी अलर्ट कर दिया गया है. कई स्थानों पर नदी-नाले ऊफान तक पहुंच सकते हैं और बाढ़ की स्थिति बन सकती है.
मुंबई में थमा बारिश का दौर
मौसम विभाग के अनुसार गोवा से केरल तक मॉनसून कमजोर हुआ है. पिछले 2 दिनों में मुंबई और इसके उपनगरों में कम बारिश हुई है. इसके अलावा, तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि होने की संभावना है, जिससे एक बार फिर से उमस बढ़ सकती है.