विश्व हिन्दू परिषद् ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी राम जन्मभूमि आंदोलन में शामिल थे जिसकी परिणति छह दिसंबर 1992 को आयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस के रूप में सामने आई.
लिब्रहान आयोग रिपोर्ट में वाजपेयी सहित 68 व्यक्तियों का नाम लिए जाने के बारे में पूछे जाने पर विहिप प्रमुख अशोक सिंघल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वाजपेयी मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे थे और उन्हें एक बार लखनऊ में गिरफ्तार भी किया गया गया था. मैं नहीं कहूंगा कि वह इसमें शामिल नहीं थे.’’ उन्होंने कहा कि विवादास्पद ढांचा गिराए जाने को ‘‘काला अध्याय’’ कहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को प्रतिकूल टिप्पणी करने से मना किया जाएगा.
बाबरी मस्जिद विध्वंस को ‘‘काला अध्याय’’ बताने की आडवाणी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर सिंघल ने कहा ‘‘छह दिसंबर ऐतिहासिक शौर्य दिवस है और मैं चाहूंगा कि आडवाणी ऐसा नहीं बोलें. मैंने उन्हें मना किया और इस पर फिर बातचीत करूंगा.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव मंदिर आंदोलन से सहानुभूति रखते थे और मेरी धीरूभाई अंबानी के सौजन्य से राव से तीन बार मुलाकात हुई थी. हालांकि राव की ओर से मस्जिद तोड़े जाने की बात कहना बड़ा झूठ है.’’