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Himachal and Uttarakhand Weather: हिमाचल-उत्तराखंड में मौसम की आफत, बारिश का ऑरेंज अलर्ट

Uttarakhand and Himachal Pradesh Weather Forecast Today 15 August 2020: उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कई दिनों से बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच मौसम विभाग ने आगामी 2-3 दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

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Landslide in Uttarakhand and Himachal Pradesh, Weather Rain Alert
Landslide in Uttarakhand and Himachal Pradesh, Weather Rain Alert

पहाड़ी राज्यों में बारिश लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है. हफ्तेभर से जारी बारिश से कहीं पहाड़ धंस रहे हैं तो कहीं सड़कों पर टूटकर गिर रहे हैं. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कई दिनों से बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच मौसम विभाग ने आगामी 2-3 दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

स्वतंत्रता दिवस पर मौसम विभाग ने उत्तराखंड के चार जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है. बारिश की वजह से बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे पहले ही प्रभावित है. उत्तराखंड में शुक्रवार को बारिश से कुछ राहत रही लेकिन भूस्खलन की खबरें सामने आईं. भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन की वजह से बदरीनाथ धाम के निकट लामबगड़ में हाईवे दूसरे दिन भी नहीं खोला जा सका. वहीं, गुप्तकाशी के पास सड़क धंसने से आवाजाही प्रभावित हुई.

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स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड राज्य के सभी जिलों में 15 अगस्त को गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. जबकि देहरादून, टिहरी एवं नैनीताल में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि शनिवार को पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और देहरादून के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. बता दें कि भारी बारिश से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लामबगड़ के दोनों ओर बहने वाले नाले उफान पर आ गए हैं. जिससे सड़क पर मलबा आने से मार्ग बाधित है. हालांकि, मलबा साफ करने की कोशिश की जा रही है.

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इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में भी कई दिन से बारिश का दौर जारी है. बारिश के चलते सोलन में हाईवे पर पहाड़ का हिस्सा टूट कर आ गिरा. जिसकी वजह से कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 कई घंटे तक पूरी तरह बंद रहा. हालांकि, मलबा हटाने के बाद हाईवे को एक तरफ से खोल दिया गया. भारी बारिश के बाद कई जगहों पर भूस्खलन का खतरा जारी है.

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वहीं, पहाड़ों पर बड़े-बड़े पत्थर अटके हुए हैं जो बारिश के मौसम में कभी भी हाईवे पर गिर सकते हैं. भारी बारिश में पहाड़ों से पत्थर और स्लाइडिंग का खतरा बना हुआ है. पहाड़ों पर खतरे की आशंका को देखते हुए हाईवे पर जगह-जगह खतरे के चेतावनी के साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं.

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