यूजीसी और डीयू के बीच चार साल की ग्रेजुएशन (एफवाईयूपी) को लेकर जबरदस्त खींचतान चल रही है. यूजीसी के चेयरमैन वेद प्रकाश लगातार डीयू के वीसी दिनेश सिंह को तीन साल के स्नातक कार्यक्रम में दाखिला लेने के लिए सख्त निर्देश दे रहे हैं. लेकिन एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक कुछ महीने पहले एफवाईयूपी को लेकर ही वेद प्रकाश ने दिनेश सिंह की जमकर तारीफ की थी.
खबर के मुताबिक एफवाईयूपी को लेकर वेद प्रकाश ने डीयू वीसी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि इस तरह के सुधारों के जरिए दिनेश सिंह यूनिवर्सिटी को वैश्विक मंच पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा था, 'मैं अपने भाई का बहुत आभारी हूं, जिसे मैं सबसे ज्यादा प्यार करता हूं. मैं निलंजना जी (दिनेश सिंह की पत्नी) की जगह तो नहीं ले सकता, लेकिन निश्चित तौर पर मैं अपने इस भाई से बहुत प्यार करता हूं. मैं उन्हें अपनी जिंदगी से ज्यादा प्यार करता हूं.' ये बातें यूजीसी चेयरमैन ने इसी साल 14 फरवरी को डीयू के कल्चरल फेस्टिवल के दौरान कही थीं. वह इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे.
वेलेंटाइन डे के दिन प्रकाश ने कहा था, 'दिनेश सिंह प्रतिबद्धता, लगन के साथ काम कर रहे हैं और यूनिवर्सिटी को दुनिया के नक्शे पर लाने की कोशिश कर रहे हैं, आप भी देख चुके हैं. जिस तरह से उन्होंने यूनिवर्सिटी में रिसर्च को बढ़ावा दिया है उसके लिए मैं सभी टीचरों को बधाई देना चाहता हूं, आपको उसके लिए गर्व करना चाहिए.'
लेकिन अब कुछ महीनों बाद ही प्रकाश के सुर बदल गए हैं. वही एफवाईयूपी को लेकर अब दिनेश सिंह उन्हें अखरने लगे हैं. पिछले 10 दिनों से यूजीसी और डीयू आमने-सामने हैं. 17 जून को यूजीसी ने डीयू रजिस्ट्रार को पत्र भेजकर एफवाईयूपी की समीक्षा करने के लिए कहा. 20 जून को यूजीसी ने डीयू को कहा कि वह 3 साल के ग्रेजुएट कोर्स में दाखिला ले ना कि 4 साल के. 22 जून को यूजीसी ने फिर डीयू को सख्त निर्देश दिए.