मुंबई बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन की फांसी दिए जाने के बाद 1993 बम धमाकों के दोनों गवाहों को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. उनसे कहा जा रहा है कि उन्होंने गवाही देकर अच्छा नहीं किया है. उन्हें जान से मार दिया जाएगा. पुलिस ने दोनों ही गवाहों के घरों की सुरक्षा को बढ़ा दिया है.
मुंबई पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, 31 जुलाई को एक गवाह के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फोन आया. उस शख्स ने धमकी भरे अंदाज़ में कहा, 'तुमने अच्छा नहीं किया है, मैं तुम्हे मार डालूंगा.' इसके 15 मिनट बाद फिर एक फोन आया. उसने भी गवाह को धमकी दी.
इस धमकी भरे फोन के बाद गवाह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है. शुरुवाती तफ्तीश में पुलिस को पता चला है कि एक गवाह को डोंगरी से किसी ने फोन करके धमकी दी थी. पुलिस ने एहतियातन दोनों गवाहों की सुरक्षा बढ़ा दी है.
पुलिस की एक टीम जुबैर अहमद खान नाम के एक शख्स को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है. उसने फेसबुक और ट्विटर पर अपने आपको याकूब का हमदर्द बताते हुए फांसी के बाद खुद IS ज्वाइन करने की बात कही थी.
बताते चलें कि 30 जुलाई को याकूब मेमन को 22 साल बाद सुबह 6:30 बजे फांसी दे दी गई थी. सुबह 7:01 बजे याकूब को मृत घोषित कर दिया गया था. उसका उसके परिजनों को सौंप दिया गया. उन्होंने मुंबई ले जाकर उसे सुपर्द-ए-खाक किया था.