भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने 'हाजी अली सबके लिए' फोरम से अपना समर्थन वापस ले लिया है. इसके साथ ही उन्होंने शनिवार को ऐलान किया कि अब भूमाता ब्रिगेड अकेले ही अपने दम पर दरगाह में महिलाओं को पुरुषों समान अधिकार की लड़ाई जारी रखेगी.
समर्थन वापसी की घोषणा करते हुए तृप्ति ने कहा, 'मैं हाजी अली सबके लिए फोरम को दिया हुआ सपोर्ट वापस ले रही हूं. फोरम में जितने लोग काम कर रहे हैं उनमें आंदोलन करने का जरा भी दम नहीं है. हमारी भूमाता ब्रिगेड आक्रामक रवैये के साथ काम करती है, इसलिए उनको हमारा तरीका अच्छा नहीं लगता. हमारी ब्रिगेड हाजी अली आंदोलन आगे लेकर जाएगी.'
अब बिना बताए हाजी अली पहुंचेंगी तृप्ति
बता दें कि तृप्ति देसाई इससे पहले कह चुकी हैं कि वो अब बिना कोई पूर्व घोषणा के छापामार तरीके के आंदोलन करेंगी और दरगाह में दर्शन के लिए जाएंगी. उन्होंने कहा, '28 अप्रैल को जब हमने आंदोलन किया तो सबको बताकर किया. उम्मीद यह थी कि हमारा प्रवेश आसान हो. लेकिन परिणाम बिलकुल उलट हुआ. लोगों ने हमें नहीं जाने दिया. पुलिस ने भी सहयोग नहीं दिया. ऐसे में अब हम छापामार तरीके से आंदोलन करेंगे और दरगाह में दर्शन के लिए जाएंगे. इसकी सूचना केवल पुलिस को देंगे और किसी को नहीं.'
इसलिए हुआ फोरम से विवाद!
'हाजी अली सब के लिए' फोरम ने 28 अप्रैल को मुंबई की हाजी अली दरगाह में महिलाओं को प्रवेश दिलाने की मांग को लेकर धरना आंदोलन किया था. भूमाता ब्रिगेड को इस आंदोलन में शरीक होने को कहा गया था. इस आंदोलन के तहत दरगाह में प्रवेश की योजना नहीं थी. लेकिन तृप्ति देसाई ने दरगाह में घुसने की दो बार नाकाम कोशिश की.