लोकसभा में गुरुवार को तीन तलाक बिल पर चर्चा शुरू हुई. इस दौरान विपक्ष के कई नेताओं ने बिल का विरोध किया और इसे स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजने की बात कही. चर्चा के दौरान डीएमके सांसद कनिमोझी ने भी बिल का विरोध किया.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस बिल को पास कराने की इतनी जल्दी क्यों है. इस तरह से देश में बंटवारे का संदेश जा सकता है, क्या आप यही चाहते हैं. अभी तक महिला आरक्षण बिल को लेकर सरकार ने कुछ नहीं किया है, महिलाओं के हक पर बात करने से पहले उस बिल को लागू कीजिए.
कनिमोझी ने कहा कि क्या आपने कभी ऑनर किलिंग को लेकर बिल लाने की सोची है, आपने उसके लिए किसी तरह का कानून बनाया है. क्योंकि आज ऑनर किलिंग के कई मामले में देश में सामने आ रहे हैं. बीजेपी के नेता आजादी की बात कर रहे हैं लेकिन आज देश में खाने, पहनने की आजादी नहीं है.
डीएमके सांसद बोलीं कि इसके लिए प्रॉपर्टी का हक महिलाओं को देने वाले बिल पर अभी कोई बात नहीं हो रही है, तमिलनाडु में पहले ही इस तरह का बिल आ चुका है. उन्होंने कहा कि क्या ये बिल पुरुषों के खिलाफ इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. अगर सरकार मुस्लिम महिलाओं की भलाई चाहती है तो फिर उन्हें पुरुषों के लिए भी सोचना चाहिए.
इतना ही नहीं कनिमोझी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ मुस्लिम महिलाएं ही क्यों हिंदू महिलाओं की भी चिंता सरकार को करनी चाहिए. इस दौरान उन्होंने सबरीमाला पर भाजपा के रुख पर सवाल खड़े किए.
उन्होंने कहा कि हम लोग इस बिल का विरोध करते हैं और इसे स्टैंडिंग कमेटी को भेजने की मांग करते हैं. हम इस देश में कभी अल्पसंख्यकों को असुरक्षित महसूस नहीं होने देंगे.