पं. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि चुनाव जीतने के लिए पुलिस वालों पर बम फेंकने पड़ें, तो वह भी करो. नेता जी सत्ता के अंधे जोश में यह भी बोल गए कि जो निर्दलीय उम्मीदवार पार्टी के खिलाफ पंचायत चुनाव लड़ रहे हैं, उनके घर भी तहस नहस कर दो. अपनी पार्टी के नेता की इस गुंडई पर बात बात पर बयान देने वाली ममता बनर्जी ने चुप्पी साध रखी है. उधर विपक्ष में बैठी सीपीएम ने चुनाव आयोग से दखल की मांग की है.
आग लगा दो विरोधियों के घरों में
टीएमसी के बीरभूम जिले के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल एक पार्टी रैली में बोल रहे थे. तब उन्होंने कहा कि अगर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीतने में खतरा पैदा कर रहे हैं, तो उनके घरों को तोड़ डालो. उनमें आग लगा दो. मंडल लोगों से बोले कि कई लोग पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें वोट नहीं देना चाहिए.इस अपील को धार देने के लिए मंडल प्रशासन को धमकी देने के अंदाज में बोले, कि ‘अगर प्रशासन इन निर्दलीय उम्मीदवारों को सपोर्ट देने की सोच रहा है तो आप पुलिस और प्रशासन पर बम फेंको. ये मैं आपसे कह रहा हूं.’
कांग्रेसियों को भिखारी कहते हैं ये नेता जी
इससे पहले भी मंडल खबरों में आ चुके हैं. उन्होंने उस समय टीएमसी के साथ सत्ता में भागीदार कांग्रेस को भिखारियों की पार्टी कहा था. मंडल ने अपने कार्यकर्ताओं को स्थानीय चुनाव के दौरान ललकारते हुए कहा था कि तुम लोगों के होते हुए विरोधी पर्चा कैसे दाखिल कर सकते हैं चुनाव लड़ने के लिए.
मंडल को जेल की सलाखों में होना चाहिए
पं. बंगाल में मंडल के भाषण की सीडी चर्चा में है. मगर ममता बनर्जी या उनकी पार्टी के किसी वरिष्ठ नेता ने अब तक अपना मुंह नहीं खोला है. उधर सीपीएम के नेता रबीन देब ने मांग की है कि मंडल को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने स्टेट इलेक्शन कमीशन से इस भाषण की शिकायत की है. कमीशन को इसकी सीडी देखकर एक्शन लेना चाहिए.