विश्वभर में शांति का संदेश फैलाने वाली मदर टेरेसा की 100वीं जयंती पर उनके जीवन की यात्रा को दर्शाती एक फिल्म का प्रसारण छोटे पर्दे पर किया जाएगा. फिल्म में उनकी जिंदगी के पहलुओं के साथ ही मानवता के लिए किये गये उनके कार्यों की झलक भी देखने को मिलेगी.
‘मदर टेरेसा..सेंट ऑफ डार्कनेस’ का प्रसारण उनके जन्मदिन 26 सितंबर को डिस्कवरी चैनल पर किया जाएगा. एक घंटे के इस डॉक्यू.ड्रामा में मदर टेरेसा के व्यक्तित्व और उनके समर्पण का चित्रण होगा.
फिल्म में नोबेल शांति पुरस्कार जैसे अनेक सम्मान से सम्मानित मदर टेरेसा के जीवन से जुड़े दुर्लभ चित्रों के साथ ही, उनके भाषणों तथा सेवाकार्यों की मूल रिकार्डिंग देखी जा सकेगी.
डिस्कवरी नेटवर्क एशिया.पेसिफिक के उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक (भारत) राहुल जौहरी ने वृत्तचित्र के प्रसारण की जानकारी देते हुए कहा, ‘‘मदर टेरेसा हम सब के लिए एक उदाहरण हैं. वह प्रतिबद्धता, समर्पण और वास्तविक प्यार का प्रतिरूप थीं. यह कार्यक्रम दुनिया की सर्वाधिक सम्माननीय संतों में से एक के प्रति श्रद्धांजलि देने का एक प्रयास है.’
इस वृत्तचित्र में एक विनम्र नन से लेकर एक चैरिटी की दूत के रूप में शांति दूत से लेकर गरीबों की मसीहा के रूप में मदर टेरेसा के जीवन के हर पहलू का चित्रण किया गया है.{mospagebreak}
जौहरी के मुताबिक, ‘कार्यक्रम मदर टेरेसा की उपलब्धियों पर रोशनी डालेगा और दुनिया की एक महान शांतिदूत के जीवन के पहलुओं पर गहराई से जानकारी देगा.’’ इस कार्यक्रम में 26 अगस्त 1910 को जन्मी मदर टेरेसा के विशेष साक्षात्कारों और उनसे जुड़े रहे लोगों द्वारा उनके बारे में साझा किये गये अनुभवों की भी झलक देखने को मिलेगी.
जानेमाने फोटोग्राफर रघु राय ने जहां मदर टेरेसा के आंतरिक संघर्ष को उजागर किया है वहीं फादर जोसफ न्यूनर ने उनके आध्यात्मि चिंतन का बखान किया है. मनोविज्ञानी मार्गट शिमिज ईश्वरीय शक्ति के साथ उनके तारतम्य को याद करेंगे वहीं उनकी सलाहकार सिस्टर एंड्रिया इस बात को समझाती दिखेंगी कि मदर हर व्यक्ति में भगवान को देखती थीं.
1970 के दशक में माल्कोम मुगरिज ने भी मदर टेरेसा के जीवन पर एक वृत्तचित्र ‘समथिंग ब्यूटीफुल फार गॉड’ बनाया था और इस पर पुस्तक लिखी गयी थी. 1997 में निर्देशक केविन कॉर ने ‘मदर टेरेसा: इन द नेम्स ऑफ गोड्स पुअर’ फिल्म बनाई थी, जिसे 1998 के कला फिल्म महोत्सव में सम्मानित किया गया.