पुलिस ने गुरुवार को बेंगलुरु से 22 साल की तमिल अभिनेत्री को पति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. अभिनेत्री का कहना है कि पति उसे जबरदस्ती पॉर्न फिल्मों में काम करने को कह रहा था इसलिए उसने ऐसा किया.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, जांचकर्ता ने बताया कि श्रुति चंद्रलेखा ने तमिल और कन्नड़ फिल्मों में काम किया है. उसका पति उसे पॉर्न फिल्में करने की जिद कर रहा था, यही वजह थी कि उसने पति एस रोनाल्ड पीटर प्रिंजो को अपने पांच साथियों की मदद से मार डाला और उसके शव को पलायमकोट्टई तिरुनेलवेली जिला में दफना दिया.
पुलिस ने चंद्रलेखा के साथियों प्रिंसन गांधी मैथीनाथन, विजय, विनोथ निर्मल और रफीक को इस अपराध में शामिल होने के लिए गिरफ्तार कर लिया. दो अन्य साथी उमाचंद्रन और एलीसा अभी फरार हैं. चंद्रलेखा अपने पति मंजूनाथ से अलग हो गई थी और उसके बाद प्रिंजो नाम के व्यवसाई से मिली और उसके साथ रहने लगी. व्यवसाय में नुकसान होने के बाद दोनों मदुरावोयाल शिफ्ट हो गए.
जांचकर्ता ने बताया, प्रिंजो और उनके दोस्त उमाचंद्रन और प्रिंसन ने तिरुनेलवेली में किराने का ऑनलाइन काम शुरू किया, लेकिन वो काम भी चला नहीं. इसके बाद उमाचंद्रन और प्रिंसन इससे अपने पैसे मांगने लगे. पैसे लौटाने के दबाव में आकर प्रिंजो ने पॉर्न फिल्म बनाने की सोची और चंद्रलेखा पर उसमें अभिनय करने के लिए दबाव बनाने लगा.
चंद्रलेखा ने बताया कि प्रिंजो चाहता था कि पॉर्न फिल्म में ग्रुप सेक्स का हिस्सा बने, लेकिन उसने मना कर दिया. इसी से तंग आकर चंद्रलेखा ने प्रिंजो की हत्या का प्लान बनाया. जब प्रिंजो बेंगलुरु के ट्रिप पर था तो उसने उमाचंद्रन और प्रिंसन से संपर्क किया, जो प्रिंजो को ढूंढ़ रहे थे.
प्लान के मुताबिक, जनवरी में चंद्रलेखा ने मधुरावोयाल में पारापाड़ी लैनकुलम स्थित अपने घर में प्रिंजो को दूध में जहर मिलाकर दिया, जब वह अपने होश खोने लगा तो प्रिंसन और उमाचंद्रन ने उसे गांधीमथीनाथन, विजय, विनोथ निर्मल, एलीसा और रफीक की मदद से बांधा और उसे असीरवाथा नगर में जाकर दफना दिया.
उसके बाद आरोपियों ने प्रिंजो के घर से 75 लाख रुपये और कीमती सामान पर कब्जा कर लिया. प्रिंजो के गायब होने पर उसके भाई जस्टिन ने प्रिंसन से उसके बारे में पूछा, लेकिन वह प्रिंजो की कार चलाते हुए जस्टिन को उसके भाई के बारे में नहीं बता पाया, जिसके बाद प्रिंजो के भाई ने पुलिस में शिकायत कर दी.
जांच करने दौरान सारा किस्सा पुलिस के सामने खुलकर आया और मई में पुलिस ने उसके शव को बरामद किया. घटना के बाद से ही चंद्रलेखा गायब थी और गुरुवार को बेंगलुरु से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया.