हाकी इंडिया ने कहा है कि उच्चतम न्यायालय का उसके चुनावों को हरी झंडी दिखाना उन लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है, जो इन बहुप्रतीक्षित चुनावों के आयोजन में लगातार समस्या पैदा कर रहे थे.
उच्चतम न्यायालय ने बंबई और दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसलों पर रोक लगाते हुए हाकी इंडिया को चुनाव कराने की स्वीकृति दे दी, जो बुधवार को चौथी बार स्थगित हुए थे. हालांकि उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय महासंघ को नतीजों को लागू नहीं करने को कहा.
हाकी इंडिया के अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें पता था कि स्थगन आदेश पर रोक लगा दी जाएगी. ऐसा होना ही था. यह उन लोगों को माकूल जावूब है जो नहीं चाहते थे कि चुनाव हों.’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह हमारी जिम्मदारी है कि जल्द से जल्द चुनाव हो, अन्यथा भारत पर अंतरराष्ट्रीय हाकी महासंघ के प्रतिबंध का खतरा मंडराने लगेगा.’’ अधिकारी ने कहा कि गतिरोधों से बचने के लिए हाकी इंडिया अब जल्द से जल्द चुनाव कराएगा.
उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव होंगे. अब हम राज्य इकाइयों के सभी प्रतिनिधियों को सूचित करेंगे. हमें चार से पांच दिन में ऐसा करने की उम्मीद है क्योंकि हमें सारे इंतजाम एक बार फिर करने होंगे.’’