दलित युवक इलावरासन के मौत के मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उसकी लिखी एक चिट्ठी बरामद की है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है.
पुलिस अधीक्षक अस्रा गर्ग ने बताया कि इस चिट्ठी में इलावरासन ने सवर्ण जाति की लड़की दिव्या के प्यार में पड़ने और उसके बाद उसके साथ हुई शादी के बारे में विस्तार से जानकारी है.
गर्ग का कहना है कि एक गुप्त सू़चना के बाद उन्होंने यह चिट्ठी बरामद किया है. उन्होंने दावा किया कि चिट्ठी की लिखावट इलावरासन के कॉलेज की नोटबुक की लिखावट से मेल खाती है.
गौरतलब है कि दलित युवक इलावरासन ने सवर्ण जाति की लड़की दिव्या से विवाह कर लिया था. पिछले वर्ष हुए विवाह का दिव्या की मां ने विरोध किया था. विवाह के बाद धर्मपुरी जिले के नथाम, कोंडमपट्टी और अन्नानगर इलाके में हिंसा फैल गई और दलितों की करीब 296 झोपड़ियों में आग लगा दी गई थी. घटना के बाद सात नवंबर को दिव्या के पिता ने आत्महत्या कर ली थी.
इसके बाद, इस मामले की लड़की दिव्या ने बीते मंगलवार को मद्रास हाई कोर्ट में पेश होने के बाद संवाददाताओं के सामने कहा था कि वह लगातार भारी दबाव में थी और यह भूलने में असमर्थ थी कि उसके विवाह के बाद पिता ने आत्महत्या कर ली थी. उसने यह भी कहा था कि वह अब अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती, वह अपनी मां के साथ रहना चाहती है.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद बुधवार को इलावरासन का शव चेन्नई में रेलवे ट्रैक के पास मिला था. युवक की मौत की खबर के बाद से नइकेनकोट्टाई के दलित इलाकों में तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी. कई लोगों ने सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर पथराव भी किया था.