सीबीआई कोर्ट ने विजय माल्या के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है. मुंबई में सीबीआई की विशेष कोर्ट ने विजय माल्या के खिलाफ ये वारंट जारी किया. हालांकि इससे पहले भी सीबीआई कोर्ट ऐसा वारंट जारी कर चुकी है लेकिन इस बार जांच एजेंसी के पास माल्या की ब्रिटेन में लोकेशन भी है. सीबीआई ने ब्रिटेन के समक्ष माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर हलफनामा भी कोर्ट के सामने पेश किया जिसके बाद ये वारंट जारी हुआ.
Mumbai: Special CBI court issues non bailable warrant against Vijay Mallya after CBI moved extradition plea
— ANI (@ANI_news) January 31, 2017
इससे पहले बाजार नियामक सेबी ने यूनाइटेड स्पिरिट्स मामले में विजय माल्या और छह अन्य को प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया था. माल्या और यूनाइटेड स्पिरिट्स के पूर्व अधिकारी अशोक कपूर को किसी सूचीबद्ध कंपनी में निदेशक पद लेने से भी रोका गया था.
जिसके बाद माल्या और छह अन्य व्यक्ति शेयर बाजार में किसी तरह का लेनदेन और कारोबार करने पर रोक लग गई थी. छह अन्य व्यक्तियों में अशोक कपूर, पी एम मुरली, सौम्यनारायणन, एस एन प्रसाद, परमजीत सिंह गिल और एइनापुर एसआर शामिल हैं.
बीजेपी कांग्रेस पर लगा चुकी है मदद का आरोप
वहीं बीजेपी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर किंगफिशर एयरलाइन्स के मालिक विजय माल्या के साथ रियायत बरतने का आरोप लगाया है. बीजेपी ने सोमवार को विजय माल्या द्वारा लिखी गई कुछ चिट्ठियां और एक ई-मेल की प्रति जारी की. इनमें से दो लेटर तत्कालीन प्रधानमंत्री को और एक चिट्ठी पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम को लिखी गई थीं.
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम ने लोन देने में विजय माल्या की मदद की थी. जिसके एवज में माल्या ने खुद चिट्ठी लिखकर धन्यवाद् भी दिया था.