एक ओर मोदी सरकार अपनी तीसरी सालगिरह मनाने में मशगूल है. दूसरी तरफ, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लगता है कि केंद्र सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी.
महागठबंधन की कोशिश
हालांकि लालू ये नहीं बता पाए कि मोदी सरकार के 5 साल से पहले ही गिरने की आशंका क्यों है? वो सोनिया गांधी की ओर से बुलाई विपक्षी नेताओं की बैठक से पहले बोल रहे थे. लालू का कहना था कि देश में बिहार की तर्ज पर महागठबंधन बनाने की कोशिश हो रही है. उन्होंने दावा किया कि बिहार में जेडीयू के साथ उनका गठबंधन अटूट है और लोग चाहते हैं कि राष्ट्रीय राजनीति में भी समान विचारधारा की पार्टियां साथ आएं.
'वादों पर खरी नहीं उतरी मोदी सरकार'
लालू प्रसाद का आरोप था कि बीते दिन सालों में मोदी सरकार कोई भी वादा पूरा नहीं कर पाई है. उनकी राय में जुमलेबाजी के अलावा सरकार की कोई और उपलब्धि नहीं है और रोजगार के मोर्चे पर हालात खस्ता हैं. लालू का कहना था कि पश्चिम बंगाल से लेकर बिहार और दिल्ली तक मोदी सरकार विपक्षी पार्टियों के खिलाफ बदले की भावना से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन मजबूत है और मीसा भारती और उनके पति भ्रष्टाचार के मामले में जारी समन का जवाब देंगे.
रक्षा नीति पर सवाल
लालू प्रसाद ने देश की रक्षा नीति को लेकर भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के राज में इतिहास में पहला मौका होगा जब ये लिखा जाएगा कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान का झंडा लहरा रहा है. उन्होंने पठानकोट से लेकर छत्तीसगढ़ में जवानों की शहादत का जिक्र भी किया.
बैठक में एकजुट होगा विपक्ष?
लालू के जुबानी तीरों के बीच आज विपक्षी पार्टियों के नेता सोनिया गांधी के न्योते पर लंच के लिए जुटेंगे. संसद परिसर की लाइब्रेरी में होने जा रही इस बैठक में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर साझा रणनीति पर विचार होगा. हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठक में शरीक नहीं हो रहे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मीटिंग में नहीं बुलाया गया है.