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PM ने थपथपाई अपनी सरकार की पीठ, नरेंद्र मोदी के दावे पर सोनिया ने उठाए सवाल

सौ दिन की सरकार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सवाल उठाए हैं. सोनिया ने बीजेपी के चुनावी वायदों का हवाला देते हुए मोदी पर बढ़ती महंगाई को लेकर वार किया.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

सौ दिन की सरकार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सवाल उठाए हैं. सोनिया ने बीजेपी के चुनावी वायदों का हवाला देते हुए मोदी पर बढ़ती महंगाई को लेकर वार किया.

अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंची सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर सवाल करते हुए कहा कि क्या मंहगाई कम हो गई. सबसे बड़े विपक्षी दल की सबसे बड़ी नेता ने कहा, 'अब लोगों से ही पूछना चाहिए कि महंगाई कम हुई या नहीं.'

इससे पहले, जापान की राजधानी टोक्यो में कारोबारियों के बीच आर्थिक मंत्रों का जाप करते हुए मोदी ने केंद्र में अपनी सरकार की पीठ थपथपाई. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दर्ज 5.7 प्रतिशत की वृद्धि के आंकड़े का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि निराशा का दौर समाप्त हो चुका है. उन्होंने कहा, 'मेरी सरकार के 100 दिन के काम को देखें. इससे पहले जीडीपी की वृद्धि दर 5-5.4 प्रतिशत के आस-पास थी जिससे निराशा का माहौल था. लेकिन हमारी सरकार की पहली तिमाही में 5.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई. यह बड़ा उछाल है. अब नई उम्मीद बंधी है.

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हालांकि, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी मोदी सरकार के दावों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार ने तीन महीने में कुछ नहीं किया, एक भी उपलब्धि हो तो बताएं.' चिदंबरम ने शनिवार को कहा था कि 5.7 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर यूपीए के इस रुख को सही ठहराती है कि जीडीपी में वृद्धि दर को साल 2013-14 के मध्य में रोक दिया गया और साथ ही 2014-15 की शुरुआत में इसमें उछाल आने का पूर्वानुमान भी सही साबित हुआ.

कांग्रेस के इन आरोपों से बौखलाई बीजेपी ने भी पलटवार किया. केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि चिदंबरम इस तरह का दावा करने को स्वतंत्र हैं. देश में जो आर्थिक उछाल देखने को मिला है वह नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की झलक है. उन्होंने कहा, 'चिदंबरम क्या कहते हैं इसका कोई मतलब नहीं है क्योंकि इस देश में लोगों ने देखा है कि कैसे अर्थव्यवस्था का पतन हुआ कैसे यूपीए के 10 वर्षों के कार्यकाल के दौरान इसे तबाह किया गया. जावडेकर ने कहा कि मोदी सरकार ने यूपीए सरकार के शासनकाल के दौरान जो नीतिगत पंगुता थी, उसे समाप्त कर दिया है.

बहरहाल, भले महंगाई अब भी मुंह बाए हुए है. लेकिन मोदी सरकार के लिए अच्छी बात ये है कि अर्थव्यस्था से अच्छे दिनों की शुरुआत हो गई है. मौजूदा वित्तीय साल की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था की विकास दर 5.7 फीसदी रही. पिछले 10 तिमाही की तुलना में ये ग्रोथ रेट सबसे ज्यादा है.

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