सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में गुजरात के पूर्व मंत्री अमित शाह का मुकदमा लड़ रहे वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने कहा है कि वे सीबीआई को मामला सौंपने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में पुनरीक्षा याचिका दाखिल करने पर विचार कर रहे हैं.
जेठमलानी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मामला सीबीआई को नहीं सौंपा जाना चाहिये था. हम उच्चतम न्यायालय में पुनरीक्षा याचिका दाखिल करने पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य पुलिस ने अपनी जांच की थी और पाया था कि मुठभेड़ फर्जी थी, लेकिन अब सीबीआई ने मामला संभाल लिया है. इससे यह एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘सीबीआई का शाह के खिलाफ मामला कुछ आरोपियों और हिस्ट्रीशीटरों के बयानों पर आधारित है. सीबीआई के मामले में कोई विश्वसनीयता नहीं है.’’ उच्चतम न्यायालय ने गत जनवरी यह मामला राज्य सीआईडी से सीबीआई को सौंप दिया था. जेठमलानी ने कहा कि सीबीआई का इरादा मामले की जांच के दौरान सिर्फ भाजपा नेताओं को निशाना बनाने का है.