अजमल कसाब और अफजल गुरु की फांसी के बाद अब लिस्ट में कई खूंखार अपराधियों की बारी है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 8 दया याचिकाओं पर गृह मंत्रालय से राय मांगी गई है.
अफजल गुरु को फांसीः कहीं जश्न तो कहीं प्रोटेस्ट
इस लिस्ट में देवेंद्र सिंह भुल्लड़ और बलवंत सिंह राजोआना का भी नाम है. राजोआना पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में दोषी है जबकि भुल्लड़ यूथ कांग्रेस दफ्तर पर हुए बम धमाके में दोषी है.
...वो पल जब दहल उठा था हिंदुस्तान
गौरतलब है कि 9 फरवरी को अफजल को इतने गोपनीय तरीके से दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी दी गयी और वहीं दफन कर दिया गया कि उसके परिवार को फांसी से पहले इसकी भनक तक नहीं लग पायी थी.
अब अफजल का परिवार चाहता है कि आखिरी बार मिलने का मौका तो नहीं मिला लेकिन कम से कम उसकी कब्र पर फातेहा पढ़ने का मौका दिया जाए. सरकार उनकी इस मांग पर विचार कर रही है.