वीआईपी इमारतों में चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. राष्ट्रपति भवन में हुई चोरी के बाद अब लाल बहादुर शास्त्री स्मारक में चोरी का मामला सामने आया है. चोरों ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की घड़ी पर ही हाथ साफ कर दिया है. शिकायत दर्ज कराये जाने के बाद पुलिस ने परिसर की तलाशी ली और इमारत से फिंगर प्रिंट जुटाये.
घड़ी चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज
शास्त्री जी की घड़ी को स्मारक में नुमाइश के लिए रखा गया था. लेकिन 3 सितंबर को उनकी घड़ी गायब हो गई. स्मारक के कर्मचारियों ने कई दिनों तक उनकी घड़ी ढूंढ़ी लेकिन वो नहीं मिली. स्मारक के निदेशक प्रो. ए के दास ने सोमवार को पुलिस से सम्पर्क करते हुए 1966 में ताशकंद सम्मेलन के दौरान शास्त्रीजी को तत्कालीन रूसी प्रधानमंत्री कोसिजिन की ओर से भेंट की गई घड़ी के चोरी होने के बारे सूचित किया.
एक करोड़ की थी घड़ी
शास्त्री जी की घड़ी खालिस सोने की थी और उसकी कीमत एक करोड़ रुपये बताई जा रही है. हालांकि घड़ी की कीमत सोने की वजह से नहीं बल्कि उसके ऐतिहासिक महत्व के चलते ज्यादा है. शास्त्री जी को ये घड़ी शास्त्रीजी को यह घड़ी उनके रूसी समकक्ष एलेक्सी कोसिजिन ने ताशकंद समझौते के दौरान भेंट स्वरूप दी थी.