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महाराष्ट्र ने ऐसा गवर्नर कभी नहीं देखा, राज्यपाल कोश्यारी पर शरद पवार का निशाना

NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य ने कभी ऐसा गवर्नर नहीं देखा जो लोकतंत्र और संविधान की जिम्मेदारियों को ही नहीं पूरा करता हो. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह चमत्कार मौजूदा गवर्नर द्वारा किया गया है. 

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एनसीपी चीफ शरद पवार
एनसीपी चीफ शरद पवार
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भगत सिंह कोश्यारी पर शरद पवार का निशाना
  • 'महाराष्ट्र ने ऐसा गवर्नर कभी नहीं देखा'

एनसीपी (NCP) चीफ शरद पवार ने रविवार को महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधा. पवार ने गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी पर संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन नहीं करने का आरोप लगाया. एनसीपी चीफ ने कहा कि महाराष्ट्र ने ऐसा गवर्नर पहले कभी नहीं देखा. 

शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य ने कभी ऐसा गवर्नर नहीं देखा जो लोकतंत्र और संविधान की जिम्मेदारियों को ही नहीं पूरा करता हो. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह चमत्कार मौजूदा गवर्नर द्वारा किया गया है. 

बता दें कि शरद पवार ने यह बयान अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र बारामती में दिया. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार और मंत्रिमंडल में निहित शक्तियों के अनुसार संविधान की सिफारिशों को लागू करना गवर्नर की जिम्मेदारी थी. पवार ने याद दिलाया कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने शिकायत की थी कि गवर्नर द्वारा उनके कामों को बाधित किया जा रहा है. उन्होंने यह कई बार बोला था. 

एनसीपी चीफ शरद पवार ने आगे कहा कि यह चिंताजनक है कि महाराष्ट्र जैसे राज्य में गवर्नर इस प्रकार कार्य कर रहे. वहीं केंद्र सरकार केवल घटनाक्रम देख रही. 

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गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार और गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी के बीच तनातनी कई मुद्दों पर देखने को मिली है. हाल ही महाराष्ट्र सरकार द्वारा कथित तौर पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को उत्तराखंड जाने के लिए विमान देने से मना करने को लेकर सियासी बवाल मचा था.

हालांकि, राज भवन और मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक-दूसरे के तालमेल में कमी होने की बात कहीं. लेकिन सीएम और राज्यपाल के बीच छत्तीस का आंकड़ा कई बार सामने आ चुका है. उद्धव के सीएम बनने के बाद दोनों के बीच तकरार का सिलसिला जारी है.

बीते साल राज्यपाल ने तंज भरी चिट्ठी सीएम उद्धव को लिखते हुए अनलॉक में मंदिर नहीं खोलने को लेकर सवाल उठाया था. राज्यपाल ने पत्र में लिखा कि अनलॉक में बार-रेस्तरां पब खोले जा रहे हैं लेकिन मंदिर पर ताला जड़ा है, क्या यह सेक्युलर बनने की कोशिश है. इसको लेकर भी खूब जुबानी जंग हुई थी.

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