विवादित लवासा लेक सिटी परियोजना का जोरदार समर्थन करने वाले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि मीडिया को ‘ऐसे तत्वों को पब्लिसिटी नहीं देनी चाहिए जो विकास में बाधा डालते हैं.’ हरित कार्यकर्ताओं और सामाजिक समूहों ने लवासा परियोजना का विरोध किया था.
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने सहयाद्रि क्षेत्र में एक हेलीकॉप्टर उड़ान के दौरान महाराष्ट्र में 26 ऐसे स्थानों की पहचान की थी जहां जलाशयों के पास आबादी नहीं थी और उन्हें लवासा के समान ब्रिटिश पर्यटन शहरों की तर्ज पर विकसित किया जा सकता है. उन्होंने अफसोस जताया कि यहां निकटवर्ती इस हिल स्टेशन टाउनशिप परियोजना के संबंध में कुछ तत्वों द्वारा नकारात्मक अभियान चलाया गया.
हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शंस कंपनी द्वारा प्रवर्तित निजी हिल सिटी को भूमि अतिक्रमण और हरित उल्लंघन के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है.
पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि आज लवासा टाउनशिप पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है और सप्ताहांत में करीब 10 हजार लोग वहां जाते हैं. राज्य में निर्जन जलराशियों के आसपास 26 स्थान ऐसे हैं जिन्हें ब्रिटिश पर्यटन शहरों की तर्ज पर विकसित किया जा सकता है.
पवार ने कहा, ‘मीडिया को ऐसे तत्वों का प्रचार नहीं करना चाहिए और जो विकास के विरोधी हों.’ उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी सोच में परिवर्तन लाने तथा विकास की नई अवधारणा का स्वागत करने की जरूरत है. एनसीपी नेता ने महाराष्ट्र को ‘विकास का वास्तविक मॉडल’ बताया.