कांग्रेस का कहना है कि उन्नाव और शाहजहांपुर रेप केस बीजेपी के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान पर धब्बा हैं. पार्टी ने इस मुद्दे पर बीजेपी की खामोशी पर सवाल उठाया है. वहीं आरोप लगाया है कि शाहजहांपुर केस में यूपी सरकार की ओर से इंसाफ के रास्ते को बाधित करने की कोशिश की जा रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, ‘अभियुक्त स्वामी चिन्मयानंद को खुला घूमने की छूट है और पीड़ित को जान की धमकी मिली है. ऐसी पूरी संभावना है कि सबूतों से छेड़छाड़ की जाए.’
मुखर्जी ने कहा, ‘एक तरफ़ बीजेपी और इसके नेता अपने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के बारे में लंबे चौड़े दावे करते नहीं थकते और दूसरे हाथ पर शाहजहांपुर रेप केस की पीड़िता को न्याय नहीं मिल रहा, उसे खुदकुशी जैसी बात कहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.’
कांग्रेस प्रवक्ता मुखर्जी ने इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चुप्पी पर भी सवाल किया. उन्होंने कहा, ‘योगी चुप क्यों हैं, प्रधानमंत्री और अमित शाह भी खामोश हैं, क्यों बड़ी संख्या में बीजेपी की महिला सांसद मौन हैं?’
मुखर्जी ने कहा, पीड़ित ने ऐसे ताकतवर नेता के खिलाफ सामने आकर और शिकायत करने से काफ़ी हिम्मत दिखाई है, पीड़ित और उसके पिता से 11 घंटे से भी अधिक सवाल किए गए लेकिन अभियुक्त के खिलाफ अभी तक की कार्रवाई नहीं की गई.
प्रियंका गांधी का ट्वीट
कांग्रेस प्रवक्ता से पहले पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी ट्वीट के जरिए बीजेपी सरकार पर निशाना साध चुकी हैं.कांग्रेस के मुताबिक ये पहली बार नहीं है जब बीजेपी सरकार स्वामी चिन्मयानंद को बचा रही है.
कांग्रेस ने दावा किया कि एक ट्रायल कोर्ट ने योगी सरकार की ओर से 2011 रेप केस में स्वामी चिन्मयानंद को फायदा पहुंचाने की कोशिश को नाकाम कर दिया था. पार्टी का कहना है कि राज्य सरकार ने 2018 में शाहजहांपुर की एक अदालत से केस को वापस लेने के लिए लिखित आग्रह किया था लेकिन अदालत ने उसे नामंजूर कर दिया था.