कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की टीपू सुल्तान को 4 मई को उनकी पुण्यतिथि पर याद करने के लिए सराहना की है. मंगलवार को थरूर ने कहा कि इमरान खान के बारे में एक बात जो मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं, वह यह है कि भारतीय उपमहाद्वीप के साझा इतिहास में उनकी दिलचस्पी वास्तविक और दूरगामी है.
One thing i personally know about @imranKhanPTI is that his interest in the shared history of the Indian subcontinent is genuine & far-reaching. He read; he cares. It is disappointing, though, that it took a Pakistani leader to remember a great Indian hero on his punyathithi. https://t.co/kWIySEQcJM
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 6, 2019
इमरान खान ने 4 मई को ट्वीट कर कहा था कि, 'आज 4 मई को टीपू सुल्तान की पुण्यतिथि है-एक आदमी जिसकी मैं प्रशंसा करता हूं क्योंकि वह गुलामों की तरह जीने के बजाय आजादी को पसंद करता है और उसके लिए लड़ता हुआ मर गया.' शशि थरूर ने कहा कि इमरान खान उपमहाद्वीप के इतिहास के बारे में पढ़ते और उसकी परवाह करते हैं. हालांकि, थरूर इस बात से खुश नहीं थे कि उनकी पुण्यतिथि पर "महान भारतीय नायक" को याद करने के लिए पाकिस्तान के एक नेता का उल्लेख किया जाए.
Today 4th May is the death anniversary of Tipu Sultan - a man I admire because he preferred freedom and died fighting for it rather than live a life of enslavement.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) May 4, 2019
बहरहाल, यह कोई पहली बार नहीं है जब इमरान खान ने मैसूर साम्राज्य के तत्कालीन शासक की प्रशंसा की है. फरवरी में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के मद्देनजर संसद की संयुक्त बैठक में सुल्तान का जिक्र किया था.
गौरतलब है कि सुल्तान को चौथे एंग्लो-मैसूर युद्ध को बहादुरी से लड़ने के लिए जाना जाता है, लेकिन वह श्रीरंगपट्टन की घेराबंदी में शहीद हो गए थे क्योंकि फ्रांसीसी सैन्य सलाहकारों ने उन्हें गुप्त मार्ग से भागने के लिए कहा था. टीपू सुल्तान को उनके इस कथन के लिए भी याद किया जाता था जिसमें उन्होंने कहा था कि भेड़ की तरह एक हजार साल जीने से बेहतर है शेर की तरह एक दिन का जीना. टीपू सुल्तान को अपने शासन के दौरान कई प्रशासनिक सुधार करने के लिए भी जाना जाता है.