पहले जसवंत सिंह उसके बाद सुधींद्र कुलकर्णी और लगता है अब बारी है अरुण शौरी की. भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण शौरी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लताड़ लगाई. शौरी ने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को हटाया जाना चाहिए.
शौरी ने आज खुल कर कहा कि पार्टी की कमान अब संघ को संभाल लेनी चाहिए और पार्टी के सभी शीर्ष नेताओं को उनके पद से हटा देना चाहिए. शौरी के निशाने पर राजनाथ भी थे. राजनाथ को उन्होंने हंप्टी डंप्टी करार दिया.
खंडूरी और वसुंधरा के हटाए जाने को उन्होंने गलत करार दिया. शौरी की नजर में बीजेपी कटी पतंग बन गई है. उनकी नज़र में पार्टी एक प्राइवेट कंपनी बन गई है जहां सिर्फ चंद लोगों की बातें सुनी और समझी जाती है. पार्टी में अगर कोई ईमानदारी से आवाज़ उठाता है तो उसे अनुशासन हीनता करार दिया जाता है. शौरी का कहना है कि पार्टी में सुधार तभी हो सकता है जब सभी बड़े नेताओं को हटा कर, समर्पित नेताओं को ऊपर लाया जाए. बीजेपी में ऊपर से नीचे तक बदलाव की ज़रूरत है.
शौरी का यह बयान पार्टी से जसवंत सिंह को पार्टी से निकाले जाने के बाद आया है. जसवंत सिंह को उनके हाल में लिखे किताब में जिन्ना की प्रशंसा करने के लिए निकाला गया था. उसके बाद आडवाणी के चुनाव में सलाहकार रहे सुधींद्र कुलकर्णी ने भी पार्टी छोड़ दी.