भारतीय मूल के लेखक सलमान रुश्दी अपनी टिप्पणियों से एक बार फिर विवाद में फंस सकते हैं क्योंकि इस बार उन्होंने ब्रिटिश राजतंत्र और इसकी परंपराओं को ‘बेकार’ तथा ‘अराजक’ करार दिया है.
विवादों का इतिहास रखने वाले जाने माने लेखक और ‘बुकर ऑफ द बुकर्स’ जीतने वाले रुश्दी ने संडे टाइम्स को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘राजतंत्र और इसकी परंपराएं अराजक और बेकार है.
यह पूछे जाने पर कि फिर उन्होंने नाइटहुड का तमगा क्यों स्वीकार किया रश्दी (अब ब्रिटिश नागरिक) ने कहा कि उन्हें इसी तरह का एक सम्मान फ्रांस से मिला और उन्होंने उसे स्वीकार किया. इसके बाद, ‘अपने खुद के देश से कुछ अस्वीकार करना’ उचित नहीं होता.
63 वर्षीय लेखक का मानना है कि समारोह आपने आप में थोड़ा हास्यासपद था, ‘इसके इर्द-गिर्द सबकुछ महारानियों और सामंतों की अराजक चीजें थीं सबकुछ बेकार लेकिन हम ऐसा ही कर रहे हैं. लेकिन आप इसे इसकी भावना के चलते लेते हैं जो आपके काम की प्रशंसा के लिए है. और मेरा मानना है कि बहुत-बहुत धन्यवाद. हमने अपना पदक हासिल किया और चले आए.’
चार बार शादी कर चुके ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन’ के लेखक ने स्वीकार किया कि उनके प्रेम जीवन में ‘‘कभी न खत्म होने वाली हलचल’’ रही है.