दिल्ली गैंगरेप के एक महीने बाद राजधानी की सड़कों पर सुरक्षा का गृह राज्यमंत्री आर पीएन सिंह ने जायजा लिया. डीटीसी की बस में किसी सवारी की तरह यह जानने के लिए सवार हुए कि गैंगरेप के बाद उठाए गए कदमों से महिलाएं अब कितना सेफ महसूस करती हैं. लेकिन अधिकतर महिलाओं ने असुरक्षा की भावना घटने से इनकार कर दिया.
बस पर सवार महिलाओं ने सेंट्रल दिल्ली को छोड़कर बाकी इलाकों में रात के सफर को असुरक्षित बताया. हालांकि कुछ लोगों ने महीने भर में उठाए गए कदमों को सराहा भी. आरपीएन सिंह ने इस बात पर संतोष जताया कि रात के वक्त सड़क पर बसें ज्यादा दिखीं और पुलिस भी मुस्तैद नजर आई.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने बताया कि औचक निरीक्षण में कुछ खूबियां मिलीं तो कुछ खामियां भी. लेकिन इतना जरूर लगा कि अगर और कड़े कदम उठाए जाएं तो राजधानी की रात में भी सड़क पर निकलने में महिलाओं को डर नहीं लगेगा.
वहीं दूसरी ओर उपराज्यपाल तेजेंदर खन्ना ने सुरक्षा को लेकर हो रही एक बैठक के दौरान कहा है कि किसी भी शिकायतकर्ता के साथ गलत व्यवहार को सहन नहीं किया जाएगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि महिला पीड़ितों के तनाव को कम करने के लिए सेंटर भी बनाए जाएंगे. साथ ही एलजी ने लोगों से भी अपील की है कि वो भी पुलिस के काम करने के तरीके के बारे में जानकारी दें.
पुलिस ने 255 ऐसे इलाकों की पहचान की है जहां और ज्यादा पेट्रोलिंग की जरूरत है. इसके लिए दिल्ली पुलिस की मोटर साईकिल टीम बनेगी जो गश्त लगाएगी और पुलिस की मुस्तैदी को और सुनिश्चित करेगी.