मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के ट्विटर अकांउट अकाउंट @PMOIndia से बदलकर @PMOIndiaArchive कर दिया गया. ऐसा होते ही बीजेपी ने बवाल करना शुरू कर दिया. उनका कहना है कि इस मुद्दे पर आने वाली सरकार को ही फैसला करना चाहिए था. बीजेपी ने इसे अनैतिक और गैरकानूनी बताया.

इतने सालों से इस ट्विटर अकाउंट के जरिये मनमोहन सिंह अपने विचार जनता से साझा करते थे, लेकिन अब इसका सारा डाटा @PMOIndiaArchive पर रहेगा. इस मामले पर मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार पंकज पचौरी ने कहा कि यह फैसला आरटीआई कानून के तहत लिया गया है, जिससे पीएम के ट्विटर अकाउंट की जानकारी को उपलब्ध कराया जा सके. इस प्रक्रिया के बाद नई सरकार को नया हैंडल सौंप दिया गया है.
PMO का बयान
ये कोई फैसला नहीं है बल्कि ऐसा पूरी तरह से कानूनी जरूरतों को ध्यान में रखकर किया गया है. हमने एक तरह से अपना काम समाप्त करते हुए नई सरकार को नया हैंडल सौप दिया है. पुराना अकाउंट अब ट्विटर के हवाले है, जिसका पासवर्ड और हर तरह की जानकारी नई सरकार में पीएमओ दफ्तर के पास रहेगी.
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री, मनमोहन सिंह के ट्विटर अकाउंट के 10 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. इससे 4506 आधिकारिक ट्वीट किए गए थे. राष्ट्र के नाम मनमोहन सिंह का आखिरी संदेश भी बतौर आखिरी ट्वीट 18 मई 2014 को भेजा था. बीजेपी नेताओं ने इस मुद्दे पर अपनी कड़ी आपत्ति जताई है.
मनमोहन सिंह का आखिरी ट्वीट:
प्रधानमंत्री का राष्ट्र के लिये संदेश - हिन्दी में- http://t.co/59GKEpxdKf pic.twitter.com/M7oflsOwkn
— Dr Manmohan Singh (@PMOIndiaArchive) May 18, 2014
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि प्रधानमंत्री दफ्तर के व्यक्तियों ने जो हरकत की है वो निंदनीय है, यह उनका निजी अकाउंट नहीं था.